रांची(RANCHI): गरीब और लाचार नाबालिग लड़कियों को जबरदस्ती काम पर लगाने और फिर उनके साथ जबरदस्ती करने के आरोप में रांची पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. सीनियर एसपी रांची के द्वारा ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने नेतृत्व में नरकोपी थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक टीम गठन कर यह कार्रवाई की गई. नरकोपी थाना की पुलिस ने इस मामले में संलिप्त दो आरोपी बुद्धदेव उरांव और शंभू तिवारी को गिरफ्तार किया है.
क्या है मामला?
दरअसल, नरकोपी थाना के कंजगी गांव की रहने वाली वादिनी मिनसारी देवी ने पिछले साल पुलिस को आवेदन दिया गया था कि 10 फरवरी 2022 को उसकी नाबालिग बेटी अचानक घर से गायब हो गई. इस आवेदन के बाद पुलिस हरकत में आई और छानबीन में जुट गई. पुलिस ने अपनी छानबीन में पाया कि उसी गांव का रहने वाले शंभू तिवारी ने पीडिता कि नाबालिग बेटी को बिहार के नवादा जिले में ले जाकर एक ईंट भट्ठा में काम पर लगा दिया. इसके बाद इसी गांव के रहने वाले बुद्धदेव उरांव, जो नाबालिग के साथ ही ईंट भट्ठा में काम करता था, उसने नाबालिग के साथ जबरदस्ती की. इस घटना के बाद ईंटा भट्ठा के मालिक ने प्रमोद ने पीड़िता को धमकी दी और कहा कि वह इसके बारे में किसी को भी कुछ ना बताए. इसके बाद वादिनी अपनी बेटी को वापस ले आई. इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने कहा कि गरीब बच्चियों को ये लोग बहला-फुसलाकर काम में लगा देते हैं और उनके साथ जबरदस्ती करने कि कोशिश करते हैं. उन्होंने कहा कि रांची में ऐसा काम करनेवाले किसी भी व्यक्ति को किसी भी हाल में नहीं बख्शा जाएगा. उन्होंने कहा कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को पकड़ा है. पीडिता का मेडिकल टेस्ट कराया गया है. अब आगे की कार्रवाई न्यायालय में होगा.
रिपोर्ट: प्रकाश/ समीर, रांची
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