रांची(RANCHI): झारखंड की पहचान पर नक्सलवाद किसी दाग से कम नहीं है. सुरक्षाबल लगातार इस दाग को धोने में लगे हुए हैं. इसे लेकर सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच कई बार मुठभेड़ भी हुए हैं. इससे नक्सलियों को खासा नुकसान भी हुआ है. सुरक्षाबलों की कार्रवाई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले दस महीने में पुलिस द्वारा टॉप 9 नक्सलियों को मार गिराया गया है. इसमें कोई नक्सली कमांडर था, तो कोई ज़ोनल कमांडर. सिर्फ इतना ही नहीं पुलिस की इस कार्रवाई में भारी संख्या में हथियार गोली समेत नक्सलियों के उपयोग में आने वाले सामान को भी जब्त किया गया है.
झारखंड में नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस नक्सलियों को ढूंढ – ढूंढ कर मार गिरा रही है. इस पुलिसिया कार्रवाई ने माओवादी, PLFI, JJMP और TSPC समेत सभी नक्सली संगठन को घुटने पर ला दिया है.
पिछले दस महीने की बात करें तो सबसे पहले 17 जुलाई 2021 को पश्चिमी सिंहभूम में plfi जोनल कमांडर शनिचर सोरेन को पुलिस में मुठभेड़ में मार गिराया. उस पर 10 लाख रुपए का ईनाम था.
इसके बाद 15 लाख का इनामी बुदहेश्वर उरांव को गुमला में 26 जुलाई 2021 को मुठभेड़ में मार गिराया गया. बुदहेश्वर पर गुमला जिले के अलावा आस-पास के जिलों में 81 से अधिक मामले दर्ज है.
वहीं 28 सितंबर 2021 में लातेहार के सलैया और नवाडीह गांव के पास झारखंड जगुवार और jjmp के बीच मुठभेड़ हुई जिसमे पुलिस जवानों ने उग्रवादी कुंदन कुमार को ढेर कर दिया.
2021 साल अब समाप्त हो गया लेकिनपुलिस की कार्रवाई नए वर्ष में और तेज होती गयी.
2022 के पांच माह में ही पुलिस ने चार टॉप नक्सलियों को मार गिराया जिसमे 16 फरवरी 2022 को नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे लोहरदगा के बुलबुल जंगलों में अभियान के दौरान मुठभेड़ में पुलिस ने एक लाख के इनामी दिनेश नगेशिया को मार गिराया. वहीं मुठभेड़ के बाद नक्सलियों के कई बंकर को भी ध्वस्त कर दिया गया. इसके बाद भी पुलिस रुकी नहीं, जंगलों में अभियान जारी रहा और 17 फरवरी को फिर बुलबुल जंगल में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में पांच लाख का इनामी माओवादी नक्सली बालक गंझू मारा गया.
26 मार्च 2022 लातेहार पुलिस के लिए बड़ा दिन था. पुलिस ने एक साथ तीन tpc उग्रवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया था. सभी उग्रवादियों पर दर्जनों मामले दर्ज है.
इसके बाद 4 मई 2022 को खूंटी क्षेत्र में आतंक का नाम बन चुके plfi छोटानागपुर रिजनल कमेटी सचिव लाका पहान को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया. लाका पहान के आतंक का खौफ खूंटी और आस-पास के इलाके में चलता था. उसके ढेर होने के बाद खूंटी में plfi उग्रवादी संगठन कमजोर पड़ चुका है.
झारखंड पुलिस की नक्सलियों के खिलाफ ये कार्रवाई अभी रुकी नहीं है और पुलिस की ये कार्रवाई तब तक जारी रहेगी, जब तक राज्य से पूर्ण रूप से नक्सलियों का सफाया नहीं हो जाता.
नक्सलियों के विरुद्ध पुलिस की ये कार्रवाई प्रशंसा योग्य तो हैं ही, साथ में ये नक्सलियों के प्रति पुलिस की आक्रामक रवैया को भ दिखाता है.
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