रांची (RANCHI): दस जून को एक विरोध प्रदर्शन के बाद हुई पत्थरबाजी और पुलिस फायरिंग के बाद कई सवाल उठ रहे थे,  जिसमें दो मौत और दर्जनों लोग घायल हो गए थे- आज जिला प्रशासन ने मीडिया को बुलाकर उसके जवाब देने की कोशिश की है. जिला प्रशासन का कहना है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हर तरह के सोर्स का इस्तेमाल किया गया. फिलहाल स्थिति सामान्य है. कई क्षेत्रों में धारा 144 में ढील दी जा रही है, बाकी इलाके निषेधाज्ञा से मुक्त रहेंगे. नेट भी सुबह से बहाल कर दिये गए हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीसी छवि रंजन, एससपी सुरेंद्र कुमार झा और सिटी एसपी अंशुमन कुमार मौजूद थे.

डीसी छवि रंजन ने बताया कि कुछ दिन पहले से लगातार पेट्रोलिंग की जा रही थी. दस जून को अप्रत्याशित ढंग से हजारों की भीड़ सड़क पर उतर गई, जिसने भयावह रूप ले लिया, जिसको नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल का इस्तेमाल किया गया.  धारा 144 CRPC  लगाया गया और इंटरनेट सेवा बंद की गई थी, जो आज सुबह बहाल कर दी गई है. जब पत्रकारों ने पूछा कि प्रदर्शनकारियों पर सीधे गोलियां क्यों दागी गईं, तो पदधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके. उठकर चले गए.

 12 थानों में धारा 144

डीसी ने बताया कि 12 थानों में धारा 144 लागू की गई थी. अभी छह थाने  कोतवाली, अपर बाजार, हिन्द पीढ़ी, डेली मार्केट, डोरंडा और चुटिया में 144 लागू रहेगा, यहां पुलिस बल तैनात रहेगा. बाकी थाना क्षेत्रों को इनसे आजाद कर दिया गया है. छह थाना क्षेत्रों के लोगों को आज दोपहर के एक बजे से लेकर शाम के पांच बजे तक घर से बाहर निकल कर जरूरत के सामान लेने की छूट रहेगी. डीसी ने बताया कि हंगामे में मृत हुए दो लोगों के शव परिवार वालों को सौंप दिये गए हैं. 

25 FIR दर्ज, गिरफ्तारी किसी की नहीं

एसएसपी ने बताया कि अब तक 25 FIR हो चुके हैं. गिरफ्तारी किसी की नहीं हुई है. साक्ष्य के आधार पर दोषियों के ऊपर कार्रवाई की जाएगी.  निर्दोष लोगों को परेशान नहीं किया जाएगा. सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के माध्यम से दोषियों को चिन्हित करने की कोशिश की जा रही है.