रांची(RANCHI): झारखंड में भ्रष्टाचार की जड़ गहरी है. राज्य को दीमक की तरह अधिकारी चाट कर खत्म कर रहे है. कई बार जब खुलासा हुआ तो पूरा सिस्टम सवालों के घेरे में आया. लेकिन अब उसी सिस्टम के अंदर के एक कर्मचारी ने बड़े साहब पर आरोप लगाते हुए BDO के दफ्तर के सामने ही जहर खा लिया. जिसके बाद खूब हंगामा हुआ. आखिर में अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन रविवार की सुबह इलाज के दौरान रिम्स में मौत हो गई.इसके बाद अब यह कहा जा रहा है कि पंचायत सचिव की मौत नहीं बल्कि पूरे सिस्टम की मौत हुई है.
दरअसल मामला गिरीडीह के डुमरी प्रखण्ड से शुक्रवार को सामने आया. प्रखण्ड कार्यालय में एक पंचायत सचिव ने जहर खा लिया. इसके बाद एक पत्र सामने आया और आरोप सीधा BDO से लेकर अन्य कई कर्मचारी पर लगा. पत्र में साफ लिखा गया कि प्रखण्ड विकास पदाधिकारी और अन्य उन्हे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे है.यह लेटर डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो के नाम लिखा गया था और न्याय की गुहार लगाई थी.
बाद में जब जहर खाने की खबर विधायक तक पहुंची तो सीधे पंचायती राज्य मंत्री दीपिका पांडे सिंह से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की. साथ ही कहा कि सुखराम महतो के साथ ऐसा बर्ताव किया गया कि वह जहर खाने को मजबूर हो गया. आखिर सरकारी दफ्तर में बैठने के बाद खुद को अधिकारी सबसे ऊपर समझते है. जनता का दोहन करते है. लेकिन अब तो उनके ही कर्मचारी इन सब से त्रस्त हो गए. आखिर में जहर खा कर ज़िंदगी को खत्म करने का फैसला कर लिया.
जब पंचायत सचिव सुखलाल महतो की मौत की खबर जयराम महतो को मिली तब अपने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि आज भ्रष्टाचार से लड़ते लड़ते जंग सुखलाल महतो हार गए. वह भ्रष्ट व्यवस्था के शिकार हो गए. इससे ज्यादा दुख और शर्मनाक और क्या हो सकता है. जो भी दोषी है उनकी गिरफ़्तारी हो और तुरंत एक्शन देखने को मिलना चाहिए. आखिर कब तक सिस्टम लोगों की जान लेता रहेगा.
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