दुमका(DUMKA): झारखंड की उपराजधानी दुमका संताल परगना का प्रमंडलीय मुख्यालय है. संताल परगना अपेक्षाकृत पिछड़ा क्षेत्र माना जाता है. इसकी पहचान धार्मिक नगरी के रूप में होती है. 12 ज्योतिर्लिंग में शामिल देवघर के बाबा बैद्यनाथ आने वाले श्रद्धालु दुमका के बासुकिनाथ में पूजा अर्चना के बाद मंदिरों के गांव मलूटी होते हुए पश्चिम बंगाल के तारापीठ जाते हैं. धार्मिक नगरी होने के साथ साथ दुमका में मसानजोर सहित कई पर्यटन स्थल भी जहां सालों भर पर्यटकों के आने का सिलसिला जारी रहता है. यही वजह है कि दुमका जिला में गली मुहल्ले में होटल व्यवसाय फल फूल रहा है. यह होटल नॉर्म्स का कितना पालन करता है यह तो जांच का विषय है लेकिन इतना जरूर है कि दुमका जिला पर पाश्चात्य संस्कृति हावी हो गया है इसलिए इसे अब पिछड़ा जिला कहना नाइंसाफी होगी.

सितम्बर में भी हुई थी छापेमारी, पकड़ाए थे कई जोड़े

जिला प्रशासन द्वारा जब भी होटल में छापेमारी होती है तो होटल का काला सच सामने आता है. सितंबर 2024 में प्रशासन द्वारा कई होटल में छापेमारी के दौरान कई आपत्तिजनक जोड़े को पुलिस ने पकड़ा था, लेकिन बालिग जोड़े द्वारा लीव इन रिलेशन की बात कहने पर बॉन्ड भरवा कर छोड़ दिया गया था. एक बार फिर गुरुवार की रात एसडीओ कौशल कुमार के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम ने शहर के होटल साकेत और मत्स्यगंधा में धावा बोला. होटल मत्स्यगंधा का नजारा देख कर अधिकारी भी दंग रह गए.

अगर आप अपने साथ लड़की लेकर नहीं पहुंचे तो चिंता की कोई बात नहीं

प्रशासनिक टीम ने होटल मत्स्यगंधा से संचालक रोहित सहित कुल 6 लोगों को हिरासत में लिया गया है जिसमें 4 लड़की और एक लड़का है. एक कमरे में बेड पर आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुआ है. चार में से 3 लड़कियां पश्चिम बंगाल के सीउडी सहित अन्य जगहों की है जबकि एक लड़की और लड़का स्थानीय है. इससे यह स्पष्ट होता है कि यहां न केवल लड़कियां उपलब्ध कराई जाती है बल्कि आप अपने साथ लड़की लेकर होटल में कमरा बुक करा सकते है.

जिला परिषद के बिल्डिंग को रेंट पर लेकर खोला है होटल, प्लाईवुड से किया गया पार्टिशन

 ताज्जुब की बात तो यह है कि जिस बिल्डिंग में होटल संचालित हो रहा है वह जिला परिषद का है और रेंट पर दिया गया है. पूरे फ्लोर को प्लाईवुड से पार्टीशन कर कमरा का रूप दिया गया है. ऐसा लगता है मानो अवैध कार्य के लिए ही यह होटल खोला गया हो. शहर के हृदयस्थली में यह होटल संचालित है जहां अवैध कार्य हो रहा था और जिला परिषद सहित स्थानीय थाना को इसकी भनक तक नहीं है. ऐसे में सवाल उठता है कि मामला उजागर होने के बाद जिला प्रशासन का अगला कदम क्या होता है यह देखना दिलचस्प होगा?

पश्चिम बंगाल से लाई जाती है लड़कियां, चंद दिनों बाद पहुंचाया जाता है दूसरा जिला, एक बड़ा नेटवर्क है संलिप्त

विश्वस्त सूत्रों की माने तो मत्स्यगंधा ही नहीं दुमका जिला मुख्यालय में कई ऐसे होटल संचालित है जहां देह व्यापार का घिनौना खेल चलता है. इसको लेकर एक रैकेट काम करता है. लड़कियां पश्चिम बंगाल से लाई जाती है. दलाल होटल संचालक से संपर्क कर लड़कियों को होटल तक पहुंचाता है. लड़कियों के रहने खाने की व्यवस्था होटल संचालक द्वारा किया जाता है साथ ही प्रतिदिन ₹3 हजार से ₹5 हजार तक लड़कियों को दिया जाता है. इस दौरान ग्राहक से एक बार का ₹2 हजार  से ₹3 हजार तक लिया जाता है. इस काम में कुछ स्थानीय दलाल भी है जो ग्राहकों को होटल तक पहुंचाता है. सूत्रों का कहना है कि कुछ दिनों बाद पश्चिम बंगाल से दलाल लड़कियों की नई खेप लेकर आता है और जो लड़कियां पहले से यहां है उसे दूसरे शहर तक पहुंचाया जाता है. इस तरह देह व्यापार का खेल यहां फल फूल रहा है.