धनबाद (Dhanbad) कोयलांचल की गलियों ,तंग बस्तियों से निकलकर बॉलीवुड  में तहलका मचा रहे हैं कई युवा . ऐसे ही एक युवा है भूली रेनगुनी बस्ती के रहनेवाले चंद्रशेखर दत्ता. शुरुआती काल में मायानगरी मुंबई में संघर्ष जरूर करना पड़ा लेकिन उसके बाद कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा . दत्ता की पहली फिल्म थी "इरर 404 ",यही से कामयाबी की पटकथा  जो लिखनी शुरू की ,वह लगातार जारी है.  दता कई नामचीन निर्देशकों के साथ काम कर चूके हैं. पहली बार उन्हें पहचान गैंगवार पर आधारित रामगोपाल वर्मा निर्देशित फिल्म रक्तचरित्र के साथ साथ संजय भंसाली निर्देशित फिल्म रामलीला से मिली. जहां चंद्रशेखर  दत्ता की भूमिका को लोगों ने सहज अभिनय के लिये ख़ूब सराहा. अभी अभी दत्ता नकाब वेब सीरीज में आए है. इसी माह यह सीरीज लांच हुई है. सौमिक सेन निर्देशित इस सीरीज में मशहूर अभिनेत्री मल्लिका शेखावत ,ईसा गुप्ता ,गौतम रोडे के साथ चंद्रशेखर दमदार रोले में है.  चंद्रशेखर ईशा के पति की भूमिका निभा रहें है. करीब एक दर्जन फ़िल्मों में काम कर चूके चंद्रशेखर को उम्मीद है कोरोनकाल समाप्त होते ही सबकुछ सामान्य हो जाएगा. ओटीटी फ्लेटफॉर्म और वेबसीरिज के आने से दर्शकों का प्यार उन सामान्य कलाकरों को भी मिल रहा है जो किसी बड़े नाम वाले घराने से नहीं है. आने वाले समय में वे अपने दमदार अभिनय के जरिये कई वेव सीरीज़ व फ़िल्मों में नज़र आएंगे। चर्चित निर्देशक श्याम बेनेगल की फ़िल्म बंग बंधु में भी वे लीड रोल में दिखेंगे. बांग्लादेश की आज़ादी से जुड़ी मुक्तिवाहिनी सेना पर आधारित इस फ़िल्म में मुजीब के हत्यारें का क़िरदार चंद्रशेखर निभा रहें है.अभिनेता चंद्रशेखर कहते है कि संघर्ष के बाद जब सफलता का स्वाद मिलता है ,तो कितना खुद को और शुभचिंतको व परिवारजनों को मीठा लगता है ,इसे शब्दों में बांधकर नहीं बोला जा सकता है. भूली की रेंगुनी बस्ती से बॉलीवुड की सफर के बारे में पूछने पर इतना भर ही कहा कि यह कहानी बहुत ही रोमांचकारी है ।