दुमका (DUMKA):  आज के समय में पत्रकारिता एक जोखिम भरा काम है. आए दिन पत्रकारों पर हमले की खबर आती है. कहीं कहीं तो पत्रकारों की हत्या तक कर दी जाती है या करवा दी जाती है. विगत कुछ महीनों में दुमका के भी कई पत्रकारों पर मुकदमे दर्ज हुए. जिन आरोप में पत्रकार पर मामले दर्ज हुए उसमें कितनी सच्चाई है यह तो जांच का विषय है, लेकिन पीड़ित पत्रकारों का कहना होता है कि खबर लिखने के कारण उनपर फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए. पत्रकारों पर हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ दुमका के पत्रकारों में रोष व्याप्त है. यही वजह है कि शनिवार को दुमका परिसदन में पत्रकारों की एक बैठक हुई. बैठक के पश्चात परिसदन से समाहरणालय तक रोषपूर्ण प्रदर्शन करते हुए पत्रकारों ने डीसी अभिजीत सिन्हा को मांग पत्र सौंपा.

परिसदन में पत्रकारों ने की बैठक, कई मुद्दों पर हुई चर्चा

बैठक के दौरान पत्रकार उत्पीड़न पर रोक लगाने, पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने, पत्रकारों पर दर्ज झूठे और आधारहीन मुकदमों को तत्काल प्रभाव से समाप्त कराने, प्रेस क्लब भवन का निर्माण कराने सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई. इन मुद्दों पर पत्रकारों ने अपनी अपनी बातें रखी.

परिसदन से समाहरणालय तक किया रोषपूर्ण प्रदर्शन, डीसी को सौंपा मांगपत्र

बैठक के उपरांत परिसदन से रोषपूर्ण प्रदर्शन करते हुए सभी पत्रकार समाहरणालय पहुंचे जहां डीसी को मांग पत्र सौंपा. डीसी को सौंपे गए मांग पत्र में पत्रकारों के खिलाफ उत्पीड़न की घटना को रोकने, पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने, पत्रकारों पर दर्ज झूठे मुकदमों को तत्काल समाप्त करने, पत्रकारों को बेवजह मुकदमों में फंसने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने, पत्रकारों पर एफआईआर दर्ज करने से पूर्व डीएसपी स्तर के अधिकारी से मामले की जांच कराने, प्रेस क्लब भवन के निर्माण की प्रक्रिया अभिलंब शुरू करने तथा प्रेस क्लब भवन बनने तक पत्रकारों के लिए तत्काल वैकल्पिक भवन की व्यवस्था करने की मांग की गई है. मांग पत्र पर डीसी अभिजीत सिन्हा ने हर संभव सहयोग का भरोसा दिया.

रिपोर्ट: पंचम झा