रांची(RANCHI)- अभ्यर्थियों का आंदोलन और प्रदर्शन बदस्तूर जारी है और अपने माथे पर बेरोजगारी का टैग लिए वे दर-दर भटक रहे हैं. छात्र खुद ही राज्य के मंत्री से मिल रहे हैं. पर वहां पर भी पंचायत सचिव छात्रों को निराशा ही हाथ लग रही है. सरकार का कोई मंत्री और पदाधिकारी नियुक्ति को लेकर हर बार की तरह पुराना फार्मूला ही बता रहे हैं. पंचायत सचिव नियुक्ति पर झारखंड हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी मामला बिल्कुल स्पष्ट है कि नियुक्ति को पुरा किया जाए पर सरकार अपनी ही राग में है. 30 जनवरी को देर रात झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर से असफल वार्ता हुई है. कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है. केवल इतना बताया गया कि आज ही झारखंड सरकार के द्वारा नियुक्ति नियमावली व लंबित नियुक्ति को लेकर बैठक हो रही है, पंचायत सचिव की नियुक्ति को लेकर सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकता है.
झामुमो कार्यालय और रामेश्वर उरांव के आवास का किया था घेराव
बता दें कि लगभग 1000 पंचायत सचिव व लिपिक अभ्यर्थियों ने बीते 3 दिन पहले ही 'अंतिम मेघा सूची" प्रकाशन को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय कार्यालय और वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के आवास का घेराव किया था. पुलिस के द्वारा छात्रों को समझा-बुझा कर भगा दिया गया था. इसी रात को कैंडल मार्च का भी आयोजन किया गया था.
रिपोर्ट:रंजना कुमारी (रांची ब्यूरो)
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