धनबाद(DHANBAD) - धनबाद के निरसा में मंगलवार को चाल धंसने और लोगों के मरने के मामले में बुधवार को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपायुक्त संदीप सिंह ने दोहराया कि केवल पांच मौते हुई है. इसके अलावा उन्होंने स्पष्ट किया कि कपासरा और दहीबाड़ी में चाल धंसने की कोई घटना नहीं हुई है ,गोपीनाथपुर में ही चाल धंसी है और 5 लोगों की जाने चली गई है. उन्होंने कहा कि कपासरा और दहीबाड़ी के संबंध में कोलियरी प्रबंधन ने प्रशासन को लिखकर दिया है कि वहां कोई घटना नहीं घटी है. साथ ही यह भी कहा कि प्रशासन को विभिन्न माध्यमों से जानकारी मिलती रही है कि चाल धंसने के बाद परिवार के लोग या जो संगठित गैंग है ,उनके आदमी लाशों को निकाल कर ले जाते हैं और फिर जांच में भी यह नहीं बताते कि उनके घर का या परिचित कोई मरा है.
खुल कर बोले ,नहीं होगी कोई पीड़क कार्रवाई
उपायुक्त ने कहा कि ऐसा नहीं करें ,खुल कर बताएं ,प्रशासन या पुलिस की तरफ से कोई पीड़क कार्रवाई नहीं की जाएगी बल्कि वैसे परिवारों को मदद दी जाएगी. उन्होंने कहा कि कोलियरी प्रबंधन को साफ कहा गया है कि उनके इलाके में कोई अनाधिकृत लोग प्रवेश ना करें ,यह सुनिश्चित कराना कोलियरी प्रबंधन का ही काम है. यह बात भी सही है कि कोलियरी के सुरक्षाकर्मियों पर कोयला चोरी में लगे लोग पत्थरबाजी करते हैं, ऐसे में कोलियरी प्रबंधन के लोग केस जरूर कराएं, जांच पड़ताल में सारी बातें सामने आएंगी. ऐसी भी सूचना मिलती है कि संगठित गिरोह के लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए कुछ लोगों को खतरनाक जगहों से कोयला निकालने के लिए भेजते हैं ,ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई करने का निर्देश मुख्यालय से जारी किया गया है.
SIT सभी पहलुओं की जाँच करेगी
एसएसपी संजीव कुमार ने कहा कि मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. यह विशेष टीम सभी पहलुओं की जांच करेगी और उसके बाद स्पष्ट पता चल पाएगा कि कौन लोग थे और कौन लोग उनको भेजे थे ,हालांकि अभी प्रथम दृष्टया जो जानकारी मिली है उसके अनुसार वे लोग अगल-बगल के गांव के ही थे. ग्रामीण एसपी रिष्मा रमेशन ने कहा कि ईसीएल की शिकायत पर अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया गया है, जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी जिनके नाम का पता चलेगा उनका नाम जोड़कर जांच की जाएगी.
कोल थेफ्ट एरिया में हुई है घटना
डीजीएमएस के क्षेत्रीय डायरेक्टर मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा कि डीजीएमएस सिर्फ उन्हीं खदानों की जांच- पड़ताल करती है ,जहां लीगल ढंग से कोयला उत्पादन होता है. उन्होंने कहा कि कोलियरी की भराई करने के दो तरीके हैं ,जिनको किसी तात्कालिक कारण से बंद किया जाता है तो उनको भरने के बजाय फेंसिंग करने का प्रावधान है. जबकि स्थाई रूप से जब किसी कोलियरी को बंद किया जाता है तो उसे भर दिया जाता है. उन्होंने कहा कि कल जो घटना घटी है ,वह थेफ्ट एरिया में घटी है.
Recent Comments