जमशेदपुर(JAMSHEDPUR)- आप हेलमेट पहनकर बाइक चलाते हुए लोगों को तो देखा होगा. पर कभी आपने हेलमेट पहनकर दुकानदारी करते किसी दुकानदार को देखा है? नहीं तो, आप जमशेदपुर के परसुडीह मंडी में जाकर देंखेंगे तो यह नजारा आपको दिख जाएगा, जहां दुकानदार हेलमेट पहन कर दुकानदारी करते हैं.
छज्जा गिरने के भय से पहनते हैं हेलमेट
जमशेदपुर के खास महल स्थित कृषि बाजार समिति के अंतर्गत जितने भी दुकान आवंटित किए गए हैं, सारे दुकान इन दिनों बड़ी दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रहे हैं. कई बार मंडी स्थित दुकानदार जर्जर दुकान के कारण चोटिल हो चुके हैं, दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं पर फिर भी उनकी सुनने वाला कोई नहीं है. थक हार कर जान हथेली पर लेकर जर्जर दुकान में ही हेलमेट पहनकर दुकानदारी करने को विवश हैं. व्यापारी विनोद अग्रवाल कहते हैं कि 1 सप्ताह पहले उनके दुकान का छज्जा टूटकर गिर गया था जिसमें वे चोटिल भी हुए और उनका लैपटॉप पूरी तरह से चकनाचूर हो गया था. ऐसे में मजबूरी हो गई है कि वे हेलमेट पहनकर दुकानदारी करें.
व्यापारियों ने मार्केटिंग बोर्ड पर बनाया दबाव
मंडी स्थित सैकड़ों दुकानें इसी जर्जर हाल में है. स्थिति ऐसी है कि अगर जोर का आंधी तूफान आए तो जर्जर दुकान का छज्जा अपने आप टूटकर गिरने लगता है. दुकान का भाड़ा दुकानदार बाजार समिति में जमा करते हैं. जब मरम्मति की बात होती है तो बाजार समिति द्वारा फंड का रोना रोया जाता है. बाजार समिति के व्यापार मंडल के महासचिव करण ओझा बताते हैं कि स्थिति दिन प्रतिदिन बदतर होते जा रही है पर कोई सुनने और समझने वाला नहीं है. उनके इर्द-गिर्द कई बार दुर्घटनाएं हुई पर व्यापारियों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है. लगातार इन समस्याओं के कारण व्यापारियों ने मार्केटिंग बोर्ड पर दबाव बनाया. दबाव बनाने के बाद मार्केटिंग बोर्ड के सचिव बाजार समिति पहुंचे और मंडी स्थित दुकानों का जायजा लिया. जहां उनके द्वारा मरम्मती के कारण के पीछे फंड की बात कही गई, पर फंड कब तक आएगा और कब व्यापारियों की समस्याएं दूर होगी इस पर कुछ भी सार्थक पहल नहीं देखने को मिला. बहुत जरूरी है कि मार्केटिंग बोर्ड समय रहते व्यापारियों को इन गंभीर समस्याओं से निजात दिलाएं अन्यथा भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं का ठीकरा मार्केटिंग बोर्ड के सर ही फोड़ा जाएगा.
रिपोर्ट: रंजीत ओझा, जमशेदपुर
Recent Comments