रांची (RANCHI) : झारखंड में साइबर अपराध लगातार बढ़ रहा है. राज्य के जामताड़ा जिले को तो साइबर क्राइम का हब ही माना जाता है. मगर, साइबर क्राइम या साइबर फ्रॉड की बात हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि पहले जहां ये साइबर अपराधी लुभावने गिफ्ट या लॉटरी और लाखों रुपए देने के बहाने लोगों को अपना शिकार बनाते थे, वहीं अब ये अपराधी भोले-भाले गरीब किसानों को अपना शिकार बनाने लगे हैं. हाल के दिनों में साइबर अपराधियों ने कई किसानों को अपनी ठगी के जाल में फंसाया है.
धान-क्रय के नाम पर किसानों को किया जा रहा है कॉल
साइबर अपराधी अब भोले-भले गरीब किसानों को अपना शिकार बना रहे हैं जो कड़ी मेहनत से अपने लिए कुछ पैसा जमा कर पाते हैं. लगातार ऐसे मामले बढ़ने के कारण रांची पुलिस भी इस मामले पर गंभीर है. ताजा मामला रांची के नगड़ी प्रखंड से जुड़ा है. जहां के विभिन्न पंचायतों में स्थित गांव के 4 किसान साइबर फ्रॉड के शिकार हो गए. पहले किसानों को ठगों के द्वारा कॉल किया गया और उनसे खाता नंबर और आधार नंबर मांगा गया. इन अपराधियों ने किसानों को कहा कि आपके खाता में सरकार द्वारा बेचे गए धान की दूसरी किस्त दी जाएगी. चूंकि किसानों ने सरकार के धन क्रय केंद्र में धन की फसल बेची थी, इसलिए उन्होंने भरोसा कर अपना डिटेल इन अपराधियों को दे दिया. मगर, बाद में पता चला कि सरकारी माध्यम से ऐसा कोई कॉल किया ही नहीं गया है. इस बात की पुष्टि जिला प्रशासन ने की.
तुरंत करें पुलिस को सूचित : ग्रामीण एसपी
इस मामले पर रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसी घटना किसी के साथ होती है, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें. पुलिस हर संभव उनकी मदद करेगी. किसानों के साथ तो साइबर अपराधियों ने पूरी कोशिश की थी, मगर हमें यह समझना होगा कि ये साइबर अपराधी इन फ्रॉडस् को अंजाम कैसे देते हैं, क्यूंकि बिना जागरूकता के इन फ्रॉड से बचा नहीं जा सकता है.
पहले हम ये समझते हैं कि साइबर अपराधी लोगों को कैसे ठगते हैं?
साइबर अपराधियों के लिए उनके अपराध या यूं कहें तो फ्रॉड के लिए उनके पास सबसे बड़ा हथियार है आपका या हमारा मोबाइल. साइबर अपराधी आपको कॉल करते हैं और आपको लुभावने-लुभावने ऑफर देते हैं. ऑफर भी ऐसे होते हैं, जिसे आप चाह कर मना नहीं कर पाएंगें. जैसे कोई साइबर अपराधी आपको ऑफर देता है कि आप 15 से 20 लाख रुपए जीत गए हैं और वो पैसे वो आपको देने वाला है. जाहिर सी बात है कि कोई आपको इतने सारे पैसे दें तो कोई मना कैसे करेगा? मगर जब आप इन पैसों को लेना चाहते हैं तब ये साइबर अपराधी अपना खेल शुरू करते हैं. साइबर अपराधी अब आपको इन पैसों के लिए रजिस्ट्रेशन करने के लिए कहते हैं. चूंकि, अब आप पैसों को पाने की लालसा में खो चुके होते हैं तो आप रजिस्ट्रेशन के लिए तैयार हो जाते हैं. साइबर अपराधी रजिस्ट्रेशन के लिए अब आपसे या तो एक निश्चित राशि की मांग करेंगे या आपको कोई QR कोड स्कैन करने को बोलेंगे, जिससे जो पैसा आपको मिलने वाला है वो आपके अकाउंट में चला जाए. बस, यहीं आप अगर इसमें से कुछ भी करते हैं तो आपके पैसे गए. साइबर अपराधी ऐसे ही आमलोग से लेकर देश के बड़े-बड़े नामचीन लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं.
ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए किसी को अपना खाता नंबर और आधार नंबर ना दें और ठगी से बचें. साथ ही किसी प्रकार से ठगों के द्वारा फोन आने पर पुलिस को इसकी जानकारी दें.
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