रांची (RANCHI) :  बुलबुल जंगल में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान में पुलिस ने नौ माओवादियों को गिरफ्तार किया है जिसमें जोनल कमांडर दस लाख का इनामी बलराम उरांव भी शामिल है. वहीं उग्रवादियों के पास से एक इंसास राइफल, पिस्टल, 1600 राउंड गोली, मैगजीन, सिरिंज, कम्बल, नक्सली वर्दी सहित कई समान बरामद किया है. इस मामले में मंगलवार को पुलिस महानिरीक्षक अभियान, पुलिस महानिरीक्षक CrPF, और महानिरीक्षक दक्षिणी छोटा नागपुर ने  संयुक्त प्रेस वार्ता कर जानकारी दी.

झारखंड से नक्सलियों का होगा खात्मा

पुलिस महानिरीक्षक अभियान ए. भी. होमकर ने बताया कि यह पुलिस के लिए ऐतेहासिक पल है. लातेहार और लोहरदगा जिला शुरू से नक्सलियों का गढ़ था. लेकिन पुलिस ने ठान लिया कि अब उग्रवादियों को झारखंड से खत्म कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि क्षेत्र को उग्रवादियों के नासूर से मुक्त करा दिया जाएगा. लातेहार और लोहरदगा क्षेत्र में उग्रवादियों के दहशत से पूरे क्षेत्र के लोग परेशान रहते थे. क्षेत्र को आतंक से मुक्त कराने का काम पुलिस कर रही है. अपराधी और नक्सलियों को जो हथियार और बारूद सप्लाई भेज रहे हैं, उनपर भी पुलिस कार्रवाई कर रही है. उन्होंने कहा कि आत्म समर्पण योजना के तहत नक्सली सरेंडर कर मुख्य धारा से जुड़े नहीं तो उनके मांद में घुस कर मार गिराएंगे.   

झारखंड पुलिस और CRPF  नक्सलियों के खात्मे के संकल्प लिया है.

CRPF राजीव कुमार ने बताया कि कोई ऑपरेशन इतना दिन नहीं चलता, लेकिन crpf ने ठान लिया है कि अब नक्सलियों का खात्मा कर दिया जयेगा. उन्होंने कहा कि 12 दिन में 10 बार मुठभेड़ होना मामूली बात नहीं है. इस मुठभेड़ में पुलिस को कुछ नुकसान नहीं हुआ. हर बार नक्सलियों को ही क्षति पहुंची. लगातार 24 घंटे जवान फील्ड में काम कर रहे थे. इसी का नतीजा है कि  इस अभियान  में  हम सफल हुए. इस बार कोर एरिया में जाकर हमने नक्सलियों के बंकर को ध्वस्त किया. उम्मीद है कि इस अभियान के बाद क्षेत्र में अमन शांति फैलेगी .

जंगलों में 12 दिनों तक अभियान चलाया गया. अभियान के दौरान कई कठिनाई का सामान करना पड़ा. इसी दौरान तीन कोबरा के जवान आईडी के चपेट में आने से घयल हुए. कई बार उग्रवादियों के साथ सुरक्षा बल के जवान की मुठभेड़ भी हुई .मुठभेड़ के दौरान कई उग्रवादियों को गोली भी लगी. वहीं एक उग्रवादी को मौत के घाट उतारा गया.  जवानों को अभियान के दौरान आवश्यक समान एयर लिफ्ट कर जंगलों में पहुंचाया गया. अभियान के आखरी दिन पुलिस को भारी पड़ता देख कई उग्रवादी भाग निकले. अभियान बाद ग्रामीणों को डरा कर घर में छुप गए थे. आईडी की चपेट में आने से जवान को नुकसान हुआ था. इस अभियान में कोबरा 203 और 209 crpf150,158,झारखंड जगुआर के कई टुकड़ी शामिल थी.

इनकी हुई गिरफ़्तारी

जोनल कमांडर बलराम उरांव दस लाख का इनामी ,सब जोनल कमांडर दशरथ सिंह ,एरिया कमांडर मरकुश नागेसिया के अलावा सैलेश्वर उरांव ,मुकेश कोरवा ,विरेन कोरवा ,सैलेन्द्र नागेसिया ,सजाय नागेसिया ,शीला खोरवार का नाम शामिल है.  

रिपोर्ट : समीर हुसैन ,रांची