जमशेदपुर (JAMSHEDPUR)- यूक्रेन में पढ़ रही राशिका खेमका जब अपने फ्लैट में सोयी थी, तभी जोर से धमाका हुआ. अहसास हुआ कि वही हुआ जिसका डर था.. रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है. घबरा कर उठी तो सामने दीवार पर नजर पड़ी. दीवारों में दरारें पड़ गई थीं. बाहर सारे प्रतिष्ठान बंद और परिजनों से दूर अपने फ्लैट में अकेली राशिका. घबराकर उसने पापा को फोन लगाया.
दोनों तरफ कहने को बहुत कुछ था, पर शब्द भींगे से. बस इतना कह पायी...पापा, I LOVE YOU...सात समंदर पार संकट में फंसी बिटिया के ये शब्द सुनकर उनके पिता संजय खेमका की आंखे भी नम हो गईं.
फ्लाइट बंद, आए तो कैसे आए
जमशेदपुर के बाराद्वारी के रहनेवाले व्यवसायी संजय खेमका की बेटी राशिका खेमका यूक्रेन में रहकर अध्यनरत हैं. यूक्रेन में युद्ध के हालात में वह वहां फंस गई हैं. इसको लेकर परिजन काफी परेशान और आशंकित हैं. परिजन बेहाल हैं और लगातार फोन पर बेटी से बात कर रहे हैं. राशिका ने अपने परिजनों को बताया कि उसने फ्लाईट से आने की कोशिश की लेकिन बंद होने की वजह से संभव नहीं हो पाया है.
फ्लैट में बंद, दहशत में भरी जिंदगी
राशिका ने बताया कि अब अपने फ्लैट से बाहर नहीं जा सकती हैं. चारों तरफ दुकानों से लेकर तमाम प्रतिष्ठान बंद कर दिए गए हैं. राशिका के पिता संजय खेमका ने जमशेदपुर में मीडिया को तमाम जानकारियां दी हैं. बिटिया की वापसी के लिए पिता ने मदद की अपील की है.
वापसी के लिए चैंबर की पहल
राशिका की स्वदेश वापसी हेतु सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने मेल एवं ट्विटर के माध्यम से विदेश मंत्रालय से गुहार लगाई है. इस संदर्भ में सिंहभूम चैंबर of commerce चैम्बर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने विदेश मंत्री को ट्वीट एवं मेल कर राशिका की सकुशल स्वदेश वापसी की मांग की है. उन्होंने पूर्वी सिंहभूम जिला के उपायुक्त सूरज कुमार से भी बात कर इस मामले में सकारात्मक पहल की अपील की है.
रिपोर्ट : अन्नी अमृता, ब्यूरो हेड जमशेदपुर
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