रांची -  25 फरवरी से शुरू होने वाले झारखंड विधान सभा के बजट सत्र से पूर्व गुरुवार देर शाम  मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर जेएमएम विधायक दल की बैठक संपन्न हुई। बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधायकों से कहा है कि वे बजट सत्र के दौरान विपक्ष के गुमराह करने और झूठे आरोपों का पूरी ताकत से जवाब दें। सीएम ने सभी मंत्रियों एवं विधायकों से कहा कि वे पिछले 2 वर्ष के कामकाज की पूरी जानकारी रखें ।

बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 2 साल के कार्यकाल पूरा होने का उल्लेख करते हुए कहा कि इस दौरान उनके सामने बड़ी-बड़ी चुनौतियां थीं। कोविड-19 संक्रमण के संकट के साथ-साथ राज्य का खजाना भी खाली था।भाजपा की सरकार ने अपने कार्यकाल में कर्ज को ही आय का स्रोत मान लिया था और राज्यवासियों को दिग्भ्रमित करने का काम किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार की ओर से जो अपेक्षित सहायता हमें मिलनी चाहिए थी, नहीं मिल रही है। जीएसटी एवं सीसीएल का बकाये के रूप में जो हिस्सा झारखंड को मिलना था वह भी नहीं मिल रहा है। केंद्र सरकार झारखंड के साथ दोहरा मापदंड अपना रही है। कई मामलों में केंद्र सरकार ने झारखंड को उपेक्षित करने का काम पिछले 2 वर्षों में किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 2 वर्षों में राज्य सरकार की जो भी उपलब्धियां है उन उपलब्धियों पर सभी मंत्री तथा विधायक ज्यादा फोकस करें। सदन में यह बताने का प्रयास करें कि राज्य सरकार संसाधनों और संभावनाओं का समन्वय बनाकर किस प्रकार राज्य को एक नई दिशा देने का कार्य कर रही है। राज्य में राशन कार्ड धारियों को पेट्रोल में प्रति लीटर ₹25 की सब्सिडी, स्वजन पेंशन योजना, रोजगार के विभिन्न आयामों पर कार्य, नियुक्तियों में रफ्तार सहित कई ऐसे मुद्दे हैं जिन पर भाजपा को करारा जवाब दिया जा सकता है।
सदन में कोई ऐसा मुद्दा को न छेड़े जिसमें विपक्षी दल को हावी होने का मौका मिले।