रांची- भाजपा विधायक दल की बैठक प्रदेश कार्यालय में हुई.इसमें बाबूलाल मरांडी को अभी तक नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं दिए जाने का मामला जोर-शोर से उठा.इस पर दबाव डालने की रणनीति बनी है. सदन में जनता से जुड़े मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाने का भी निर्णय लिया गया है. बैठक के बाद भाजपा के विधायक और सांसद राजभवन जाकर राज्यपाल रमेश बैस से गुहार लगाए.
जैसा कि मालूम है कि झारखंड विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो गया है.सोमवार को बजट सत्र का दूसरा दिन होगा. विधायक दल की बैठक में सत्र के दौरान सदन के अंदर जनहित के मुद्दों पर आवाज मुखर करने का निर्णय लिया गया. इसके अलावा पिछले दिनों बरही में हुई मॉब लिंचिंग,भाषा विवाद, खनिज संपदा की तस्करी के मामले को सदन में उठाने और सरकार को जवाब देने के लिए बात करने का निर्णय लिया गया है.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश के नेतृत्व में विधायक दल की बैठक आयोजित हुई, जिसमें सांसदों को भी बुलाए गया केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा भी इस बैठक में शामिल हुए.
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी को अभी तक विधानसभा अध्यक्ष की ओर से नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं मिला है. भाजपा के नेता इससे काफी नाराज हैं.इसको लेकर सदन के अंदर और सदन के बाहर भी आवाज उठाई जाएगी.
राज्यपाल रमेश बैस ने भाजपा के बड़े प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया है कि वे इस विषय पर विधि विशेषज्ञों से मशविरा करेंगे. राज्यपाल से मिलने के बाद प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के इशारे पर इस मामले को लटकाया गया है.दो साल से भी अधिक का समय हो गया है लेकिन अभी तक यह दर्जा नहीं दिया गया है.उन्होंने किसी अन्य विषय पर आगे कुछ भी कहने से इंकार किया.
सांसद एवं अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि यह एक बड़ा मुद्दा है. आज की तारीख में यह संवैधानिक व्यवस्था की अनदेखी का भी मामला है. ऐसे कई महत्वपूर्ण आयोग या संस्थाओं में नियुक्तियां नेता प्रतिपक्ष के अभाव की वजह से लटकी हुई हैं.
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