रांची (RANCHI) : मनरेगा घोटाला मामले में  मंगलवार को करीब नौं घंटे ईडी के सवालों को झेलने वाली झारखंड की खान सचिव पूजा सिंघल से आज यानी बुधवार को भी पूछताछ हो सकती है. झारखंड सरकार भी पूजा सिंघल के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है. ईडी ने उन्हें शहर से बाहर नहीं जाने की हिदायत दी है. मंगलवार शाम ईडी दफ्तर दो बड़े बक्से पहुंचे.  इनमें वे दस्तावेज हैं जो पूजा सिंघल के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी के दौरान जब्त किए गए.

ये हैं पूजा सिंघल से पूछे गए खास सवाल

आप जब खूंटी उपायुक्त थीं, मनरेगा घोटाला तभी हुआ? : फरवरी 2009 से जुलाई 2010 तक मैं खूंटी डीसी थी. मामला बाद में सामने आया था.

घोटाले में आपकी भूमिका : मुझ पर लगे आरोपों की जांच के लिए झारखंड सरकार ने एक कमिटी गठित की थी जिसने मुझे क्लीन चिट दिया था. उस समय मैनं भी जवाब दाखिल किया था और आज भी उसी जवाब पर कायम हूं.

जूनियर इंजीनियर राम विनोद सिन्हा ने बताया कि 5 प्रतिशत कमीशन उपायुक्त कार्यालय भी पहुंचता था? : क्या सिन्हा ने मेरा नाम लिया था? इस मामले में मेरा नाम जोड़ने का प्रयास किया जा रहा, जबकि मैं इसमें शामिल नहीं हूं.

आपने सिन्हां को बचाने का प्रयास क्यों किया? : मैंने कानून सम्मत कार्य किए. किसी को ऑफिशियली या पर्सनली बचाने की कोशिश नहीं की.

सिन्हा के खिलाफ आपने क्या कार्रवाई की? : यह में उस समय की फाइल देख कर ही बता सकती.