रांची (RANCHI) : दो दिनों की लंबी पूछताछ के बाद  आय से अधिक संपत्ति मामले में झारखंड की वरिष्ठ आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल को इंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट यानी ईडी ने आज गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद आइएएस पूजा सिंघल को बुधवार देर शाम  जज प्रभात कुमार शर्मा के आवासीय परिसर में पेश किया. ईडी के वकीलों ने कोर्ट से पूजा सिंघल को 11 दिनों के रिमांड की मांग की. कोर्ट की तरफ से ईडी को मात्र पांच दिनों की रिमांड मिली. कोर्ट परिसर से पूजा सिंघल को होटवार जेल भेज दिया गया.

गोपनीय डायरी का रहा मुख्य रोल !

6 मई को झारखंड की खान सचिव पूजा सिंघल के कई ठिकानों पर छापेमारी हुई थी. पूजा सिंघल के देश भर के करीब 25 ठिकानों पर हुई छापेमारी के दौरान करीब 20 करोड़ कैश बरामद होने के साथ यहां से 150 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ था. ईडी के हाथ दस्तावेज लगे थे जिसमें  एक गोपनीय डायरी भी शामिल है.  जानकारी के अनुसार इस डायरी में कई राज छिपे हैं. कई रसूखदारों और नेताओं के नाम और नंबर दर्ज हैं. बुधवार को कोलकाता में ईडी ने पूजा सिंघल के करीबी के ठिकानों पर छापा मारा.  माना जाता है कि इसके बाद ईडी के पास कई पुख्ता सबूत हासिल हुए. पूजा सिंघल से पहले ईडी ने उनके सीए सुमन कुमार को गिरफ्तार किया था जो पूजा सिंघल के साथ साथ उनके पति और पल्स हॉस्पिटल के एमडी अभिषेक झा के काम भी देखता था. सुमन को भी पांच दिनों के रिमांड पर लिया गया था जिसकी अवधि 12 मई को खत्म हो रही है.

लिया मंत्री जी का नाम

इससे पहले  ईडी ने पूजा से दो दिनो के दौरान कुल 16 घंटे पूछताछ की. दोनों दिन पूजा अपने स्टैंड पर कायम रहीं और खुद को बेकसूर बताती रहीं. पर उनके खाते में वेतन से अतिरिक्त करीब डेढ़ करोड़ रुपए कैसे आए, इसका जवाब नहीं दे सकीं.  ईडी सूत्रों की माने तो बुधवार की पूछताछ के दौरान पूजा सिंघल ने मनरेगा घोटाला मामले में एक मंत्री का नाम भी लिया है.

निलंबित हो सकती हैं पूजा

बहरहाल झारखंड सरकार मामले में ईडी रिपोर्ट पर नजर रख रही है. रिपोर्ट आने के पूजा सिंघल को निलंबित किया जा सकता है. उम्मीद की जा रही थी कि इस बाबत झारखंड सरकार बुधवार को कैबिनेट में ही निर्णय लेगी. हांलाकि ऐसा हुआ नहीं.