रांची(RANCHI)-भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी की सदस्यता रहेगी या जाएगी,अब कुछ दिनों की बात है. स्पीकर के ट्रिब्यूनल में अब मेरिट के आधार पर सुनवाई होगी.अगली सुनवाई 17 मई को होनी है.
ट्रिब्यूनल के समक्ष बाबूलाल की सदस्यता को लेकर 4 आपत्तियां दर्ज हैं. पूर्व विधायक राजकुमार यादव, विधायक भूषण तिर्की, विधायक दीपिका पांडे के अलावा बंधु तिर्की और प्रदीप यादव की भी आपत्तियां हैं.
स्पीकर ट्रिब्यूनल क्या निर्णय लेता है यह अलग बात है, लेकिन इसको लेकर राजनीतिक बयानबाजी चल रही है. बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि साफ तौर पर स्पष्ट हो रहा है कि सरकार के दबाव में इस मामले को लटकाया जा रहा है.2 दिन पूर्व उन्होंने कहा था कि स्पीकर को जो भी निर्णय लेना है वह जल्द लें. वे आगे की लड़ाई के लिए तैयार हैं.इधर जेएमएम ने कहा है कि बाबूलाल मरांडी को धैर्य रखना चाहिए. संवैधानिक प्रावधान के हिसाब से फैसला आएगा. बाबूलाल मरांडी 2019 के विधानसभा चुनाव में जेबीएम के चुनाव चिह्न कंघी पर जीत कर आए थे.जेबीएम को इस चुनाव में तीन सीटें मिली थी. अनुशासनहीनता के आरोप में प्रदीप यादव और बंधु तिर्की को पार्टी से निकाल दिया गया था.उसके बाद जेबीएम का फरवरी 2020 में विलय कर दिया गया.2020 के राज्यसभा चुनाव में बाबूलाल मरांडी भाजपा के वोट बताए गए थे.भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं की सूची में बाबूलाल मरांडी को भाजपा का सदस्य चिन्हित किया था. 2020 से ही संविधान की दसवीं अनुसूची के तहत बाबूलाल मरांडी की सदस्यता पर सुनवाई चल रही है.हो सकता है कि 17 मई को स्पीकर ट्रिब्यूनल में बड़ा निर्णय आ जाए. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि वर्तमान सियासी माहौल में निर्णय भाजपा के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है.
Big News : भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी का क्या होगा भविष्य, स्पीकर ट्रिब्यूनल में सुनवाई 17 को

Recent Comments