रांची (RANCHI) : स्मार्ट और चुस्त-दुरुस्त आईएएस ऑफिसर पूजा सिंघल गिरफ्तारी की बात सामने आते ही निढाल सी हो गई. आलम यह रहा कि सारी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद जब उन्हें बिरसा मुंडा जेल ले जाया गया तो मेन गेट खुलते ही उनका बीपी हाई हो गया और बेहोशी सी छाने लगी. ईडी ने झटपट नींद, तनाव, बीपी और थायराइड की दवाएं खरीद कर उन्हें थमाई. उन्हें जेल के महिला वार्ड पहुंचाया गया. हालांकि बुधवार शाम जब गिरफ्तारी से पहले ईडी ने उनकी मेडिकल जांच करायी थी तो सभी बीपी, पल्स आदि सभी रिपोर्ट नॉर्मल थे.
महिला कैदियों हौसला बढ़ाया
जेल की महिला कैदियों के बीच पूजा सिंघल के आने की चर्चा जोरों पर थी. उनके जेल पहुचंते ही कई महिला कैदी उनसे मिलने पहुंची. अपने बीच इतनी बड़ी ऑफिसर को पाकर महिला कैदी उत्साहित थीं. लेकिन पूजा सिंघल ने किसी में कोई रुचि नहीं दिखाई. न उनसे मुखातिब हुईं न उनकी बातों का कोई जवाब दिया. कई महिला कैदी तो उनकी हौसला आफजाई भी की. दिन फिर बेहतर होने की बात कही. लेकिन उन्होंने किसी की बात का जवाब नहीं दिया. अपने सेल में जाकर काफी देर तक बैठी रहीं फिर लेट गईं.
पानी पी कर बीती रात
जानकारी के मुताबिक पूजा सिंघल को होटवार जेल में रात के खाने में रोटी, सब्जी, दाल और सलाद परोसी गई. पीने के लिए मिनरल वाटर दिया गया. रोटी के दो निवाले खा कर पूजा से थाली सरका दी. पूरी रात बस पानी पी-पी कर गुजारी.
मच्छरों ने की नींद हराम
दिन भर ईडी के सवालों को झेलने और रात में ढंग से नहीं खाने के बाद पूजा की नींद भी हराम हो गई. दरअसल महिला वार्ड के मच्छर उन्हें रात भर परेशान करते रहे. हालांकि महिला वार्ड के सुरक्षा कर्मी ने मच्छरदानी से आलआउट तक की व्यवस्था उनके लिए की. लेकिन मैडम सिंघल ने मच्छरदानी लगाने की जहमत नहीं उठाई. बस ऑल आउट से काम चलाया. ऐशो आराम की आदि पूजा सिंघल को जेल की पहली रात करवट बदलते हुए गुजारनी पड़ी. बता दें कि पूजा सिंघल को आम कैदियों से अलग वार्ड में रखा गया है.

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