रांची (RANCHI) : बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार में नियम कानून को ताखे पर रख दिया है,और वही हो रहा जैसा सत्ता में बैठे लोग चाहते हैं. पैसे का खुलेआम लेनदेन है. काम उसी का हो रहा जो चढ़ावा दे रहा. भले वह नियम विरुद्ध क्यों न हो. आज राज्य के हालात भ्रष्टाचार में  वैसे ही हो गए जैसे कभी संयुक्त बिहार में थे. कभी बिहार से बाहर बिहार का बताने में शर्म आती थी. आज झारखंड का बताने में. यह झामुमो कांग्रेस और राजद गठबंधन की सरकार जनता की सेवा के लिये नहीं बनी, बल्कि राज्य के खनिज संसाधनों को लूटने और अपने चहेतों, भ्रष्ट अधिकारियों से लुटवाने केलिये बनी है.  28 महीनों के शासनकाल में यह पूरी तरह प्रमाणित हो चुका है.
 
मनपसंद कांट्रेक्टर केलिये नियम कुछ और और दूसरे के लिये और

राज्य में केवल लूट,और ध्वस्त कानून व्यवस्था की ही चर्चा हो रही. इस सरकार ने कार्यपालिका, विधायिका की परिभाषा ही बदल कर रख दी. आज मनपसंद कांट्रेक्टर केलिये नियम कुछ और है तो  दूसरे के लिये और. उन्होंने कहा कि विधानसभा में कई बार बालू पर राज्य सरकार का जवाब आया परंतु कार्रवाई अबतक शून्य है. राज्य में गरीबों के आवास बालू के अभाव में नही बन पा रहे. अगर कोई जरूरत मंद गरीब कहीं नदी नालों से बालू उठा लेता है तो उसपर तुरंत पुलिसिया कार्रवाई हो जाती है. 

खदान तक जंगलों में अवैध रास्ते बना दिये गए

कहीं किसी कांट्रेक्टर को पर्यावरण रिपोर्ट नही मिलता तो उसकी लीज रद्द हो जाती लेकिन चहेतों केलिये ऐसे नियम बदल जाते हैं. 
सत्ता के संरक्षण में  मुख्यमंत्री स्वयं, अपनी पत्नी, प्रेस सलाहकार, विधायक प्रतिनिधि, उनकी पत्नी, उपायुक्त की पत्नी सबके नाम खान खनिज के पट्टे आवंटित हुए. मुख्यमंत्री के भाई बसंत सोरेन की पार्टनरशिप  कंपनी ग्रैंड माइनिंग जिसे पिछली सरकार ने अवैध माइनिंग केलिये फाइन किया था, उसे भी जमा नहीं कराया गया. उल्टे खदान तक जंगलों में अवैध रास्ते बना दिये गए. जब स्थानीय लोगों ने इसपर केस दर्ज कराए तो अबतक कोई कार्रवाई नहीं हुई.

कांटा कहीं चुभता है लेकिन दर्द कहीं और हो रहा है

हेमंत सरकार में भ्रष्ट अधिकारियों और सत्ता में बैठे नेताओं के बीच साठ गांठ है. इसीलिये पैसा कहीं और पकड़ाता है और सड़कों पर रोता, चिल्लाता कोई और है. कांटा कहीं चुभता है लेकिन दर्द कही और हो रहा है. इस सरकार में एक नहीं अनेकों आरोप से घिरे पदाधिकारी महत्वपूर्ण पदों पर बैठे हैं.
कहा कि इससे यह स्पष्ट है कि यह सरकार राज्य को लूटने केलिये बनी है. मरांडी ने कहा कि भाजपा ऐसी सरकार के खिलाफ सड़क से सदन तक लोकतांत्रिक लड़ाई लड़ रही है. पंचायत चुनाव के बाद पार्टी का आंदोलन और तेज होगा. भाजपा का आंदोलन इस भ्रष्ट, निकम्मी और जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने तक जारी रहेगा.