धनबाद(DHANBAD) -  BCCL से रोजगार मांग रहे अप्रेंटिस छात्र संगठन ने घोषणा की है कि अब या तो रोजगार लेकर रहेंगे या फिर धरना स्थल से उनकी अर्थी उठेगी. बता दें कि छात्र पिछले 26 दिन से बीसीसीएल मुख्यालय के समक्ष धरना दे रहे है. प्रबंधन ने उन्हें आश्वासन दिया कि 19 मई को आउटसोर्सिंग कंपनियों के साथ उनकी बैठक करा कर समाधान कर देंगे लेकिन हुआ कुछ नहीं. 

आर-पार की लड़ाई

अप्रेंटिस छात्रों का कहना है कि कंपनी उनसे आंदोलन खत्म करने को कह रही है, जिसके बाद ही कंपनी उनसे आगे की बात करेंगी. उनका कहना है कि लड़ाई अब आर-पार की है और चारों ट्रेड यूनियन उनका समर्थन कर रही है.  इसलिए अब कोयला उद्योग में हड़ताल के सिवा कोई विकल्प भी नहीं है. एक छटांक कोयला बाहर नहीं जाने देंगे. सीटू नेता जेके झा ने कहा कि कोल इंडिया प्रबंधन छात्रों के साथ धोखा कर रहा है. यह छात्र भी आईटीआई प्रशिक्षण प्राप्त है और बीसीसीएल में एक साल तक नौकरी भी किया है. 

केंद्रीय ट्रेड यूनियन का आंदोलनकारियों को समर्थन

प्रबंधन ने उन्हें प्रतिमाह 7000 तक भुगतान भी किया. फिर भी उन्हें रोजगार नहीं दिया जा रहा है. इधर आंदोलनकारी छात्रों ने कहा कि प्रबंधन उन्हें ठगने का काम कर रही है. अब प्रबंधन प्रलय देखेगा, लड़ाई आर-पार की होगी या तो नौकरी लेकर जाएंगे या फिर उन लोगों की अर्थी यहां से उठेगी. बता दें कि कोयला उद्योग के चारों केंद्रीय ट्रेड यूनियन आंदोलनकारियों को समर्थन कर रही है. इससे आंदोलनकारियों का उत्साह भी बढ़ गया है और अब वे प्रबंधन के झांसे में नहीं आने की घोषणा कर दिए है. देखना होगा कि प्रबंधन आगे बढ़कर आंदोलनकारी छात्रों से वार्ता करता है या फिर छात्रों का आंदोलन आगे इसी तरह चलता रहेगा.

रिपोर्ट : शाम्भवी सिंह, धनबाद