रांची (RANCHI) : झारखंड में घोटाला की लंबी लिस्ट है, बालू घोटाला कोयला घोटाला खनन घोटाला लेकिन इस घोटाले में एक नया घोटाला शामिल हुआ है "नाम" घोटाला.
दरअसल मौजूदा हेमंत सरकार में नाम परिवर्तन का मामला सामने आया है. 20-25 वर्षों का नाम परिवर्तन रजिस्टर है, जिसे गायब कर दिया गया है. पर यह नाम किसने बदला, कब नाम बदला, किसने धर्म बदला, इसका कोई भी रजिस्टर दस्तावेज मौजूद ही नहीं है और रजिस्टर ही गायब कर दी गई है.
यह बात बातें भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कही है. भाजपा ने कहा कि कहीं बड़े पैमाने में धर्मांतरण हुआ है उसे छुपाने की कोशिश तो नहीं की जा रही है, यह बड़ा सवाल है. जिस तरह से बड़े पैमाने पर संथाल परगना में धर्म परिवर्तन हुआ है और बिहार में जिस तरह से चुनाव आयोग द्वारा SIR किया जा रहा है, इसी क्रम में झारखंड में भी इसकी मांग उठने लगी है. उन्होंने आगे कहा की, हमें लगता है कि पूरे देश में SIR लागू होगा और शायद इस SIR से बचने के लिए झारखंड में यह दस्तावेज गायब किये जा रहे हैं. साथ ही धर्मांतरण को छुपाने के लिए भी बड़ी साजिश की जा रही है.
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