टीएनपी डेस्क(TNP DESK): इफको यूरिया नैनो प्लांट का शिलान्यास करने देवघर पहुंचे केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य की हेमंत सरकार पर भ्रष्ट्राचार के संगीन आरोप को दुहारते हुए एक बार फिर से बड़ा हमला बोला है. उन्होने कहा है कि यहां कोई मंत्री-मुख्यमंत्री बनता है, तो हाथ से ही नहीं, ट्रैक्टर और रेलवे वैगन से भी लूट करता है. अपने आप को आदिवासी-मूलवासियों का हितैषी बताने वालों के द्वारा ट्रैक्टर और रेलवे वैगन से यहां की धरोहर खनिज संपदाओं की लूट की जा रही है.
आजादी के बाद पहली किसी आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाना हमारी सफलता
अमित शाह ने कहा कि हमारी सरकार ने गरीब, आदिवासी और पिछड़ों के हितों के साथ कभी समझौता नहीं किया, कभी उनके हितों की हकमारी नहीं होने दी. यही कारण है कि आजादी के बाद पहली बार एक आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनी हैं, यह पूरे वंचित समाज के लिए सम्मान की बात है. यह आदिवासी और दूसरे वंचित समाज के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का घोतक है.
छीनी जा रही आदिवासियों की जमीन, मुस्करा रहें हैं हेमंत बाबू
लेकिन दूसरी ओर सरकार के द्वारा वोट बैंक की लालच में झरखंड में घुसपैठियों को बसाया जा रहा है. आदिवासियों की जमीन छीनी जा रही है. आदिवासी बच्चियों के साथ अमानुषिक बर्ताव हो रहा है. लेकिन जिन कंधों पर इन घटनाओं को रोकने की जिम्मेवारी थी, वह हेमंत बाबू मुस्करा रहे हैं. उन्हे यह भी नहीं दिख रहा कि आदिवासी क्षेत्रों में आदिवासियों की जनसंख्या तेजी से घट रही है, हेमंत सोरेन ने संथान में विकास का कोई काम नहीं किया, केवल और केवल जनता को बेवकूफ बनाने की योजनाएं बनायी गयी.
संथाल की धरती इतिहास लिखने वाली है
अमित शाह ने कहा कि हेमंत बाबू संथाल की धरती इतिहास लिखने वाली है, इस नैनो यूरिया कारखाने से संथाल ही नहीं पूरे राज्य को रोजगार मिलगा. लेकिन हेमंत बाबू को तो हमारा काम ही नहीं दिखता, वह दिन भर हमसे हिसाब मांगते फिरते हैं, कुछ काम तो उनके द्वारा भी किया जाना चाहिए. केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने कोराना के उस दौर में यह तय किया था कि हम किसी का चूल्हा बंद नहीं होने देंगे, मोदी सरकार ने ढाई साल तक हर घर में अनाज पहुंचाया, हर व्यक्ति को हर माह पांच किलो अनाज दिया, अब यह आगे भी एक साल तक जारी रहेगी.
दिल्ली दरबार में आदिवासियों के विकास का पैसा पहुंचाने का आरोप
कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए अमित शाह ने कहा कि इन गरीब आदिवासियों के विकास का पैसा दिल्ली दरबार में पहुंचाया जा रहा है, यह सब जनता जान चुकी है, हेमंत बाबू चुनाव में आ जाओ, जनता आपको हटाने को तैयार बैठी है.
हेमंत सोरेन के आदिवासी मूलवासी कार्ड का जवाब है अमित शाह का आदिवासी राष्ट्रपति का मुद्दा
यहां बता दें कि जैसे-जैसे 2024 का समर नजदीक आ रहा है, भाजपा नेताओं का झारखंड दौरा तेज हो रहा है, भाजपा की कोशिश किसी भी तरह 2024 में झारखंड में लोक सभा की सीटों पर विजय पाने की है. माना जाता है कि आने वाले दिनों में यह दौरा और भी तेज हो सकता हैं. क्योंकि जिस प्रकार पिछड़ों का आरक्षण में विस्तार, ओल्ड पेंशन स्किम, सरना धर्म कोड और 1932 का खतियान को लेकर हेमंत सरकार भाजपा को लगातार आदिवासी विरोधी साबित करने पर तूली है, हेमंत सोरेन के द्वारा जिस आक्रामक तरीके से भाजपा को गैर झारखंडी पार्टी बताया जा रहा है, उसके एक एक सांसदों और नेताओं का नाम लेकर उन्हे बिहार और यूपी का बतलाया जा रहा है, भाजपा अपने को बचाव की मुद्रा में पाती है. हेमंत सोरेन के इसी आदिवासी-मूलवासी को भोथरा करने के लिए भाजपा के द्वारा आदिवासी राष्ट्रपति का मुद्दा उठाया जा रहा है और उसे अपनी बड़ी सफलता बताया जा रहा है.
रिपोर्ट: देवेन्द्र कुमार

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