चाईबासा(CHAIBASA): घर नहीं होने के कारण मुर्दा घर को ही अपना आशियाना बना कर रहे पिता-पुत्री की दर्दनाक मौत उसी मुर्दा घर में हो गई. बताया जाता है कि मृतक के पास अपना खुद का घर नहीं था. वह लंबे समय से एक अस्पताल के मुर्दा घर में ही रात बीतता था. आमतौर पर कोई मुर्दा घर के पास से रात में गुजरने से परहेज करता है. लेकिन मजबूरी ऐसी कि मृतक उसमें रहने को मजबूर था. आखिरकार उसी मुर्दा घर में अवैध तरीके से बिजली चोरी कर जलाना महंगा पड़ गया. देर रात बिजली की शॉर्ट सर्किट से मुर्दा घर  में आग लग गई और पिता और पुत्री की ज़िंदगी उसी में खत्म हो गई.

440 वॉल्ट लाइन से बिना कनेक्शन हुक कर बिजली का उपयोग कर रहा था

बता दे कि मेघाहातुबुरु जेनरल अस्पताल के मुर्दा घर में शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी. आग लगने से सोमवार रात पिता और बेटी की मौत हो गई. अमीर हुसैन उर्फ काना और मासूम बेटी की मौत का मुख्य कारण शॉर्ट र्किट बताया जा रहा है. आग से मुर्दा घर में सोये हुए बाप बेटी की दम घुटने से मौत हुई है. जिस मुर्दा घर में दोनों मृतक रहते थे उससे कुछ मीटर की दूरी पर ही सेल का 440 वोल्ट का विद्युत केबल लाइन गुजरा था. मृतक ने उसी 440 वॉल्ट केबल लाइन से अवैध तरीके से तार हुकिंग कर अपने घर में विद्युत कनेक्शन लिया था. सेल के विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि मृतक हमेशा वहां से अवैध हुकिंग कर बिजली लेता था. दर्जनों बार उसकी लाइन को काटा गया था और मना भी किया गया था. बिजली विभाग के लोग उसे समझाते भी थे कि यह 440 वॉल्ट लाइन है. यह काफी खतरनाक है.

दम घुटने से हुई मौत

इसका इस्तेमाल घर के उपयोग के लिए नहीं किया जाता है. इसके बावजूद वह हर बार यह गलती करते रहता था. हालांकि मृतक पिता-पुत्री आग लगने के बाद घर से बाहर निकलने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन घर के अंदर धुआं भरने व अंधेरा होने की वजह से अंदर से बंद ताला को खोल पाने में असफल रहे. अंततः दम घूटने व जलने से दोनों की मौत हो गई. मृतक पिता-पुत्री का पूरा शरीर धुआं व आग से झुलस कर काला हो गया था. दूसरी तरफ शहर के तमाम हाटिंग क्षेत्रों में लोग अवैध हुकिंग किये हैं. जिससे आये दिन बड़ी दुर्घटना की संभावना बनी रहती है.

रिपोर्ट: संतोष वर्मा,चाईबासा