रांची(RANCHI): झारखंड सरकार को अस्थिर करने के आरोपी निलंबित कांग्रेसी विधायकों की मुश्किले बढ़ती जा रही है. पहले समन पर हाजिर नहीं होने के बाद अब ईडी ने दूसरा समन जारी किया है. अब हाजिर होने से पहले अपने संपत्ति का पूरा ब्योरा ईडी को देना होगा. विधायक बनने के बाद विधायक और परिवार के लोगों की संपत्ति कितना है. निलंबित विधायक पहली बार समन के बाद हाजिर नहीं हुए थे. जिसके बाद अब फिर से समन भेज हाजिर होने का आदेश दिया है. ईडी लगातार अपने जांच का दायरा बढ़ा रही है. कैश कांड मामले में पहले कांग्रेस के विधायक अनूप सिंह से ईडी पूछताछ कर चुकी है. अब कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी से 6 फरवरी, राजेश कच्छप से सात फरवरी और नमन विकसल कोंगाड़ी से आठ फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है. अब देखना होगा कि क्या तीनों विधायक इस समन पर ईडी दफ्तर पहुंचते है या नहीं.
इससे पहले समन भेज कर इरफान अंसारी को 13 जनवरी ,राजेश कच्छप को 16 और नमन विक्सल कोंगाड़ी को 17 जनवरी को हाजिर होने को कहा गया था. लेकिन तय तारीख को तीनों विधायक ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे थे. तीनों विधायक के अधिवक्ता ने ईडी दफ्तर पहुँच कर समय की मांग किया था. बताया गया था कि इरफान अंसारी की तबीयत खराब हो गई है, राजेश कच्छप को जरूरी काम से बाहर जाना पड़ गया, वहीं नमन विक्सल कोंगाड़ी नोटिस ही नहीं देख सके थे. अब इन्हे दोबारा समन भेज कर हाजिर होने को कहा गया है.
अगर विधायक दूसरे समन पर भी ईडी दफ्तर में हाजिर नहीं होते है तब उन्हे ईडी की ओर से एक और समन भेजा जाएगा. तीसरे समन के बाद ईडी किसी भी तरह की कार्रवाई तीनों विधायकों पर कर सकती है. बता दे कि 30 जुलाई को बंगाल पुलिस ने तीनों विधायकों को 49 लाख रुपये के साथ पकड़ा था. इसके दूसरे दिन यानि 31 जुलाई को रांची के अरगोड़ा थाना में एक केस दर्ज कॉंग्रेस विधायक अनूप सिंह ने कराया. इस केस में बताया गया कि तीनों विधायक भाजपा के बड़े नेता के संपर्क में है. झारखंड में सरकार को अस्थिर करने में लगे है. दस करोड़ रुपया और एक मंत्री पद का लालच विधायक को देकर खरीदने की कोशिश कर रहे हैं. इसके बाद तीनों विधायकों को जेल जाना पड़ा था. इसके बाद इस केस की जांच ईडी कर रही है. ईडी तलाशने में लगी है कि इस पैसे के खेल में और कौन-कौन लोग है.

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