दुमका (DUMKA) : 28 दिसंबर 2024 को दुमका जिला के मसलिया थाना क्षेत्र के आश्रम मोड़ के पास संजय राणा से लूट पाट की गई थी. विरोध करने पर अपराधियों ने संजय को गोली मार कर घायल कर दिया था, इलाज के दौरान संजय की मौत हो गई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी द्वारा इस घटना के उद्भेदन के लिए एसआईटी का गठन किया गया था. आखिरकार पुलिस की मेहनत रंग लाई और ठीक एक महीने में हत्या कांड का उद्भेदन करते हुए हत्या के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया.

व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा में हुई हत्या

प्रेसवार्ता में एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा में घटना को अंजाम दिया गया. उन्होंने कहा कि धनतेरस के समय संजय ने मसलिया के आश्रम मोड के समीप आभूषण की दुकान खोला था जबकि राजेश वर्मा की दुकान पहले से वहां था. संजय द्वारा दुकान खोलने के कारण राजेश वर्मा का व्यवसाय प्रभावित हो गया था. अपने पिता रामचंद्र वर्मा के सहयोग से राजेश ने जामताड़ा जिला के कुख्यात अपराधियों से संपर्क किया. 3 अपराधियों द्वारा घटना को अंजाम दिया गया. हत्या के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. इनकी गिरफ्तारी मसलिया थाना के रानी घाघर सहित अलग-अलग जगह से हुई है. अधिकांश अपराधी जामताड़ा जिला के रहने वाले हैं.

घटना में प्रयुक्त देशी पिस्टल सहित कई समान बरामद

अपराधियों के पास से घटना में प्रयुक्त देसी पिस्टल, पांच जिंदा गोली, लुटे गए चांदी के जेवरात तथा घटना में इस्तेमाल किए गए बाइक को बरामद किया गया है. गिरफ्तार अपराधियों का नाम महबूब अंसारी, शाकिर अंसारी, निषाद अंसारी, रामचंद्र वर्मा तथा राजेश वर्मा है.

महबूब, शाकिर और निषाद है कुख्यात अपराधी, कई मामले है दर्ज

महबूब अंसारी जामताड़ा जिला के फतेहपुर का रहने वाला है. उसके ऊपर जामताड़ा तथा देवघर जिला में कुल सात मामले दर्ज है, जबकि जामताड़ा के नारायणपुर थाना क्षेत्र के पोखरिया निवासी शाकिर अंसारी पर आधा दर्जन मामला दर्ज है. वही जामताड़ा जिला के नारायणपुर थाना क्षेत्र के नारुडीह निवासी नौशाद आलम पर जामताड़ा तथा देवघर जिला में कुल 11 मामले दर्ज हैं.