रांची (RANCHI) : ऐसा लगता है झारखंड अब अलकायदा का सेंटर पॉइंट बन गया. लगातार एजेंसी कार्रवाई कर रही है लेकिन एक-एक कर दहशतगर्द के चेहरे सामने आते जा रहे है. सूत्रों के मुताबिक अभी 15 आतंकी झारखंड में सक्रिय है, जो स्लीपर सेल के रूप में काम कर रहे है. झारखंड से देश को दहलाने कि साजिश रच रहे है. अब एक बार फिर झारखंड का आतंकी कनेक्शन सामने आया है. पुलिस सोर्सेस की मानें तो झारखंड में बड़े पैमाने पर स्लीपर सेल आतंक की रणनीति बना रहे हैं. जो कहीं ना कहीं किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में है. हालांकि तमाम स्लीपर सेल एटीएस के रडार पर हैं. जिनमें से कई लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है. अल कायदा इन इंडियन सब कॉन्टीनेंट का झारखण्ड मॉड्यूल पर एटीएस ने शिकंजा कसा है. मामले में छह संदिग्ध की अब तक गिरफ़्तारी हो चुकी है
लेकिन अभी 15 और संदिग्ध एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड के रडार पर है. छापेमारी के दौरान इंडियन सबकॉन्टिनेंट मॉड्यूल से कनेक्शन रखने वाले कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया, जिसमें ज्यादातर लोग झारखंड से थे. उनमें से एक नाम चान्हो निवासी शाहबाज का था जो राजस्थान से फरार चल रहा, लेकिन टेक्निकल सर्विलांस के जरिए एटीएस को इसमें भी कामयाबी मिली और बीते दिनों शाहबाज को लोहरदगा जिले से गिरफ्तार कर लिया गया.
एटीएस के सुपरिंटेंडेंट ऑफ़ पुलिस ऋषभ झा ने जो खुलासे किए हैं, वह चौकाने वाले हैं. उन्होंने बताया कि शाहबाज चान्हों का रहने वाला है. कई महीनो से फरार चल रहा था लेकिन वह लातेहार इलाके में राजमिस्त्री के तौर पर अपनी पहचान छुपा कर काम कर रहा था. जिसे स्लीपर सेल कहना गलत नहीं होगा.
एटीएस एसपी ने बताया कि झारखंड के कई लोगों का अलकायदा के इंडियन सबकॉटिनेंट मॉड्यूल से कनेक्शन मिल रहे हैं और अबतक मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है, जबकि 15 अन्य एटीएस के रडार पर हैं. मामले में एजेंसी ने कई लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी भी हासिल की है, लेकिन अगर झारखंड में स्लीपर सेल एक्टिव है तो उन्हें खत्म करना एक बड़ी चुनौती भी है.
रिपोर्ट-समीर
Recent Comments