रांची(RANCHI): झारखंड में गृह मंत्री अमित शाह ने 2024 का शंखनाद कर दिया है. अपने संकल्प रैली में झामुमो और कांग्रेस पर उन्होंने जमकर निशाना साधा. इसके बाद झारखंड की राजनीति में बयानबाजी तेज हो गयी है. झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा आदिवासी समुदाय को एक कमोडिटी के तौर पर समझती है. आदिवासी समाज एक संघर्ष करने वाले लोग हैं. इन्ही लोगों ने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी थी. मुझे पता है कि आदिवासी समाज कभी भाजपा के झांसे में नही आएगी.

उन्होंने कहा कि देश में कोई सर्वोच्च पद है तो वह राष्ट्रपति का है. राष्ट्रपति को लेकर जो अमित शाह ने बयान दिया कि भाजपा ने आदिवासी गरीब परिवार में जन्मी महिला को राष्ट्रपति बनाया. क्या राष्ट्रपति अनुकंपा पर है. उन्होंने जो बयान दिया यह काफी शर्मनाक है. देश का गृह मंत्री राष्ट्रपति को लेकर ऐसा बयान दे. एक राष्ट्रपति का जन्म गरीब परिवार में हुआ तो वह अनुकंपा पर है. पिछले राष्ट्रपति को लेकर भी भाजपा ने ऐसा बयान दिया था. आज तक भारतीय राजनीति में किसी ने ऐसा बयान नहीं दिया था.

“सर्वोच्च न्यायालय को लेना चाहिए स्वत: संज्ञान”

इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए. आखिर कोई राष्ट्रपति को लेकर ऐसा बयान कैसे दे सकता है. गृह मंत्री के शब्दों से आठ वर्ष का अहंकार झलक रहा है. उन्होंने आगे कहा कि अमित शाह भाजपा के नेताओं के नाम तक भूल गए. दीपक प्रकाश को दीमक कह डाला. इसके अलावा रघुवर दास को नेता प्रतिपक्ष बना डाला. इसके अलावा अमित शाह ने कहा कि बाबुलाल ने कहा था उनसे कि सरकार को गिरा दीजिए. तो उनसे हमने कहा कि जनता सरकार गिराएगी. इस पर झामुमो नेता ने सवाल किया कि जब वह सरकार नहीं गिराते तो क्या जनता ने महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और अन्य राज्यों में सरकार गिराया है. अब जनता 2024 में भाजपा को जवाब देगी.

“झारखंड में भाजपा पूरी तरह से साफ हो जाएगी”

इसके आगे झामुमो नेता ने कहा कि दिल्ली को रेप कैपिटल बना दिया, आए दिन विदेशी अखबारों में ऐसा न्यूज़ आता है. मध्यप्रदेश और यूपी में भी पूरी तरह से अपराधी सर चढ़ कर बोल रहे हैं. इन सब राज्यो में किसी सरकार है. कल की सभा के बाद यह स्पष्ट हो गया कि झारखंड में भाजपा पूरी तरह से साफ हो जाएगी. अब झारखंड की जनता बर्दाश्त नहीं करने वाली है. देश में आदिवासी बेटी फाइटर जेट चला रही है, सेना में सेवा दे रही है, चांद पर जा रही है. वह सब अपनी काबिलियत पर कर रही है. ना कि अनुकंपा पर.

“राष्ट्रपति को लेकर ऐसा बयान ना दें”

झारखंडी को जितना गाली बकना है बकिये, यहां के आदिवासी मूलवासी को गाली दीजिए. लेकिन राष्ट्रपति को लेकर ऐसा बयान ना दे. भाजपा को आदिवासी समाज से माफी मांगना चाहिए. अमित शाह को सिर्फ कोल्हान नहीं, संथाल,पलामू और रांची में भी दौरा करनी चाहिए. इससे साफ हो जाएगा कि भाजपा अगली बार चुनाव में कितना जीत पाएगी. नियोजन नीति पर झामुमो अपना स्टैंड साफ़ रखती है. हम नियोजन नीति को लेकर रणनीति बना रहे हैं. जल्द ही बजट सत्र से पहले नियोजन नीति बना कर लाएंगे.

रिपोर्ट: समीर हुसैन, झामुमो