रांची (RANCHI): कोरोना के कारण जगन्नाथपुर रथ मेला दो साल से न लग सका. इस बार की पूजा और मेले को यादगार बनाने का निर्णय लिया गया था. पर दो जून को कोराना गाइडलाइन का हवाला देते हुए जिला प्रशासन ने मेला पर रोक लगा दी थी, लेकिन 21 जून को रोक हटा ली गई. यानी मेला लगेगा. इस वर्ष ऐतिहासिक रथयात्रा आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि 1 जुलाई को होगी.अब झारखंड हाईकोर्ट की भी इसपर मुहर लग गई है. कोर्ट ने इस संबंध में दायर याचिका को निष्पादित कर दिया है.

 

जानिये मामला

झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता धीरज कुमार ने जनहित याचिका में उड़ीसा (Orissa) के पुरी में होने वाले रथ मेला समेत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच, राजनीतिक सभाओं के लगातार आयोजन के आधार पर मेला से रोक हटाने की मांग की थी, याचिका में कहा गया था, कि रांची का मेला ऐतिहासिक होने के साथ-साथ हजारों लोगों के रोजगार से जुड़ा हुआ है,और रथ मेला झारखंड के लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ त्योहार है. इसलिए इसपर लगी रोक हटायी जानी चाहिए.

कोर्ट ने क्या कहा

जनहित याचिका पर मुख्य न्यायमूर्ति डाॅ. रवि रंजन न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद की खंडपीठ में सुनवाई हुई. पिछली सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट के अधिवक्ता धीरज कुमार ने जल्द सुनवाई के लिए आग्रह किया था. जिसे स्वीकार कर कोर्ट ने सुनवाई के लिए 24 जून की तिथि निर्धारित कर दी थी. सरकार द्वारा मेला लगाने के निर्णय के आलोक में याचिका को बेंच ने आज निष्पादित कर दिया.