रांची(RANCHI): सड़क हादसे में अब गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को गोल्डन ऑवर में अस्पताल पहुंचाने में मदद करनेवाले  व्यक्ति को सरकार नगद पांच हज़ार रुपए इनाम के साथ प्रशस्ति पत्र भी देगी. इस योजना को राज्यभर में 26 अगस्त से लागू कर दी गयी है. CM हेमंत सोरेन के अनुमोदन के बाद परिवहन सचिव,सह परिवहन आयुक्त  के के सोन ने आदेश जारी कर दिया है. इस योजना का सुचारु रूप से संचालन हो इसलिए एक राज्यस्तरीय अनुश्रवण समिति और एक जिला स्तरीय मूल्यांकन समिति का गठन किया गया है. जारी किए गए आदेश के अनुसार कहा गया है की पुलिस थाना या हॉस्पिटल से प्रस्ताव प्राप्त होने के बाद जिलास्तरीय मूल्यांकन समिति मासिक आधार पर प्रस्ताव की समीक्षा करने के बाद परिवहन आयुक्त से अनुशंसा करेगी. परिवहन आयुक्त के स्तर पर सहायता करने वाले व्यक्ति को प्रोत्साहन राशी देने का निर्णय लिया जायेगा. गोल्डेन आवर में उपचार मिलने से गम्भीर रूप से घायल व्यक्ति को सर्वाधिक प्रभाव पड़ता है.राज्य में घायल व्यक्तियों की मृत्यु दर अधिक है.अक्सर देखा गया है की सड़क किनारे दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद कोई मदद के लिए आगे हाथ नहीं बढ़ाता है. 

इस योजना के तहत इन नियमों को किया गया है लागू 

1. सरकारी कर्मी और जनप्रतिनिधियों पर भी घायलों को मदद करने की दी गयी है जिम्मेदारी. 

2. दुर्घटना के एक घंटे के अंदर यानी गोल्डेन ऑवर में घायल को अस्पताल पहुंचाने पर दो हज़ार रूपए इनाम स्वरूप दिए जायेंगे. 

3. अगर दो व्यक्ति किसी घायल को नजदीकी अस्पताल पहुंचाते हैं तो दोनों को दो दो हज़ार रूपए दिए जायेंगे. 
 
4. किसी घायल व्यक्ति को दो से अधिक आदमी अस्पताल पहुंचाते हैं तो पांच हज़ार रूपए सरकार के द्वारा दी जायेगी. उस राशि को सभी के बीच समान रूप से बांटी जाएगी
 
राज्य स्तरीय अनुश्रवण कमिटी के सदस्य 

1. गृह विभाग के सचिव होंगे अध्यक्ष 
2. हेल्थ विभाग के डायरेक्टर सदस्य होंगे. 
3. ADG (यातायात )सदस्य होंगे. 
4. परिवहन आयुक्त सदस्य सचिव होंगे. 


जिलास्तरीय मूल्यांकन समिति के सदस्य 

1.जिले के उपायुक्त अध्यक्ष होंगे. 
2. जिले के SP सदस्य होंगे. 
3.जिले के सिविल सर्जन सदस्य होंगे. 
4. जिले के डीटीओ सदस्य सचिव होंगे. 

क्या होता है गोल्डन ऑवर

दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति के लिए एक घंटा बेहद अहम् होता है. इस दौरान मरीज का इलाज उनके लिए संजीवनी बूटी साबित होता है. इसलिए ही इस समय को "गोल्डेन ऑवर " कहा जाता है. देश के कुछ शहरों को छोड़  दिया जाए तो अधिकतर जगहों पर एम्बुलेंस में ट्रेंड लोगों की भारी कमी है. यह भी एक प्रमुख कारण माना जाता है. गोल्डेन ऑवर का सही उपयोग सही समय पर नहीं हो पाता है.अधिकतर लोगों का सड़क दुर्घटना में खूंन बहने के कारण दम टूट जाता है.