रांची (RANCHI) : झारखंड में 1932 का खतियान और नियोजन नीति सरकार के लिए एक सर दर्द बन गया है. अब युवाओं में सरकार के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है. रामगढ़ उपचुनाव में महागठबंधन को युवा झटका भी दे सकते हैं. कई युवाओं ने इस चुनाव में नामांकन भी दर्ज कर सरकार का विरोध दर्ज किया है. युवा रामगढ में कांग्रेस प्रत्याशी बजरंग महतो के नामांकन कर दौरान पहुंचे मंत्री और नेताओं का विरोध नारेबाजी कर किया है.
मंत्रियों के काफिले का घेराव
उपचुनाव में मंगलवार को कांग्रेस प्रत्याशी बजरंग महतो ने नामांकन दाखिल किया. इस नामांकन में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे के अलावा सभी मंत्री और प्रदेश के नेता मौजूद थे. लेकिन इस बीच युवाओं के झुंड ने रास्ते से गुजर रहे मंत्रियों का घेराव कर नारेबाजी करना शुरू कर दिया. इस दौरान मुख्यमंत्री के खिलाफ भी नारेबाजी की गई. युवाओं का कहना है कि जो सरकार युवाओं के हक़ की बात करेगी वही झारखंड में राज करेगी. कहीं ना कहीं युवाओं का विरोध झारखंड में महागठबंधन के लिए 2024 में बड़ी समस्या खड़ी कर सकते हैं. युवाओं का आंदोलन अब सड़क पर दिखने लगा है. अगर जल्द हेमन्त सरकार 1932 और स्थानीय नीति पर कोई निर्णय नहीं लेती तो इनकी राह 2024 में आसान नहीं होगी.
रिपोर्ट : जयंत कुमार, रामगढ़

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