रांची(RANCHI): मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा आज राजपाल को इस्तीफा देने की खबरें कई न्यूज़ चैनलों की सुर्खियां बनी हुई है.सभी की निगाहें राजभवन पर टिकी हुई है.लेकिन यह ख़बर गलत है.मुख्यमंत्री फिलहाल इस्तीफा नहीं देने वाले है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अगर चुनाव आयोग में फैसला से पहले अपने पद से इस्तीफा देते तो कुछ बात बन सकती थी.अब इस्तीफा का कोई औचित्य नहीं बनता है. ऐसे में अगर वह अपना इस्तीफा देते है तो वह खुद फंस सकते है.अगर इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री दोबारा से विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को देते है.तो वह पत्र स्वीकार नहीं हो सकेगा.क्योंकि राज्यपाल चुनाव आयोग के फैसले का हवाला देकर राज्य में राष्ट्रपति शासन भी लगा सकते है.
समझिए क्यों नहीं देंगे इस्तीफ़ा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खनन लीज मामले में चुनाव आयोग ने फैसला राजभवन को भेज दिया है.ऐसे ने कानून के जानकार बताते है कि मुख्यमंत्री की इस मामले में सदस्यता तो जाएगी ही साथ ही हो सकता है.उन्हें डिवार कर दिया जाएगा.जिससे वह कुछ सालों के लिए चुनाव नहीं लड़ सकेंगे.

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