रांची(RANCHI): राज्य के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज रिम्स में सरस्वती पूजा पर रोक को वापस कर लिया गया है. प्रबंधन ने सरस्वती पूजा की परमिशन दे दी है. रिम्स प्रबंधन द्वारा सरस्वती पूजा पर रोक के लिए जारी आदेश को अब वापस ले लिया गया है. दरअसल, शनिवार को रिम्स प्रबंधन की ओर से एक आदेश जारी किया गया था. आदेश में कहा गया था कि सुरक्षा कारणों की वजह से इस बार रिम्स परिसर में सरस्वती पूजा के आयोजन पर रोक लगायी जाती है. ऐसे में पूजा के नाम पर जो चंदा लिया गया है, उसे तत्काल वापस कर दिया जाए.

वहीं, प्रबंधन के इस फैसले से छात्रों में रोष देखा था. उनका कहना था कि पूजा की सारी तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है. स्थल चयन से लेकर पंडाल का निर्माण तक क काम करीब आधे से अधिक पूरा हो गया है. कई जगहों पर एडवांस के तौर पर पैसे भी दिए जा चुके हैं. ऐसे में पूजा के आयोजन पर रोक लगाना सरासर गलत होगा. आपको बता दें कि, पूजा पर रोक के पीछे हाल में हुई मारपीट की घटना को हवाला दिया गया है.  

इधर, आईएमए रांची के ज्वाइंट सेक्रेटरी सह फोरडा के नेशनल चीफ एडवाइजर डॉ. विकास कुमार ने भी रिम्स प्रबंधन के फैसले की निंदा की थी. उन्होंने कहा कि इस घटना में उस बात का हवाला दिया गया है जो रिम्स परिसर की है ही नहीं. उन्होंने आगे कहा कि ऐसा इतिहास में कभी नहीं हुआ है. यह पूजा नहीं हमारा अस्तित्व है. आज सरस्वती पूजा पर रोक लगी गई है, कल पता नहीं और क्या बंद किया जाएगा.

प्रबंधन से अनुरोध करते हुए उन्होंने कहा कि जब सड़क पर कोई हादसा हो, तो उस हादसे के कारणों को दूर करना चाहिए, सड़क ही बंद कर देना बुद्धिमानी नहीं होती है. साथ ही यह भी कहा कि लगता है रिम्स में बैठे बड़े पद वालों से रिम्स संभल नहीं रहा है और अपनी कमी को छिपाने के लिए इस देश की सांस्कृतिक परंपराओं पर सीधा आघात किया जा रहा है, जो हर दृष्टि से निंदनीय है. उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से निवेदन किया था कि इस फैसले पर तत्काल संज्ञान लें.