रांची(RANCHI):  झारखंड की पहचान जल जंगल और जमीन से है. जमीन के बिना हमारा कोई अस्तित्व नहीं है. भले ही हाई टेक दुनिया में लोग जमीन और खेती को भूल रहे है. लेकिन झारखंड के नेता से लेकर अधिकारी सभी बड़े ओहदे पर रहने के बाद भी अपनी मिट्टी को नहीं भूले है. बरसात का मौसम है,हर तरफ खेत में गीते गाते हुए लोग रोपा करते दिख रहे है. ऐसे में अब झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी से लेकर मंत्री शिल्पी नेता,विधायक पूर्णिमा और आईपीएस अधिकारी रिश्मा रमेशन भी खेत में उतरी.        

पहले पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी अपने गिरीडीह स्तिथ खेत में खुद उतर कर काम कर रहे किसानों के साथ रोपा किया. खेत में उतर कर रोपा की जानकारी ली. फिर खुद खेती में व्यस्त दिखे. इसका वीडियो भी सामने आया. जिसमें बिना किसी सुरक्षा और लाव लश्कर के पूर्व मुख्यमंत्री खेत में काम करते दिखे. हलाकी यह कोई पहला मौका नहीं था. बाबूलाल मरांडी हमेशा अपने व्यस्त समय में से खेती के लिए टाइम निकाल लेते है.

इसके बाद झारखंड की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की की तस्वीर सामने आई. जैसे आम महिला अपने खेत में काम करते दिखती है. ठीक उसी तरफ से मंत्री मैडम भी खेत में सभी के साथ गीत गाते हुए रोपा करने लगी. सभी महिला किसान के साथ मिल कर उन्होंने गीत गाया. इस दौरान मंत्री के साथ कोई सुरक्षा कर्मी नहीं था. वहाँ मौजूद लोगों ने जब देखा की मंत्री उनके साथ रोपा कर रही है तो सभी उत्साहित हुए.

 

इसके बाद फिर जमशेदपुर पूर्वी से विधायक पूर्णिमा दास का वीडियो भी सोशल मीडिया पर दिखा. जिसमें एक सामान्य महिला के जैसा विधायक खेत में उतर कर सभी के साथ धान का बीज लगा रही थी. कीचड़ में धान रोपा किया. फिर सभी के साथ समय दिया.

इसके बाद अब पलामू की एसपी  रेष्मा रमेशन ने अपने आवासीय परिसर में पारंपरिक रीति से धान रोपण किया.  उन्होंने लोकगीत गाकर, पूजा-अर्चना कर धान रोपने की परंपरा निभाई और खुद खेत में उतरकर रोपाई की.  मानसून के साथ जिले में धान रोपाई का कार्य जोरों पर है.  ऐसे में एसपी का यह कदम न सिर्फ कृषि और संस्कृति से जुड़ाव का प्रतीक है, बल्कि एक प्रेरणादायक सामाजिक संदेश भी देता है.

सभी की तस्वीर देख कर यह बात साफ है कि मिट्टी की खुशबू ऐसी है कि उसके करीब हर कोई चला जाता है. यह बताने को काफी है कि आज भी किसान के वजह से ही सभी लोगों के थाली में खाना पहुँच पाता है.