देवघर (DEOGHAR) : भक्ति में शक्ति होती है. इसीलिए सावन के महीने में लाखों श्रद्धालु बाबाधाम पहुंचते हैं. सुल्तानगंज से कांवर में जल भरकर कांवड़िए पैदल बाबाधाम पहुंचते हैं. रास्ते में उनकी सेवा के लिए जगह-जगह शिविर लगाए जाते हैं. कांवरिए इसका लाभ भी उठाते हैं. कांवरिया पथ से मंदिर तक लगने वाली कतार में स्थानीय लोगों द्वारा कांवड़ियों को फल, जल, शर्बत उपलब्ध कराया जाता है. हर वर्ग और उम्र के लोग सेवा भाव से भोले के भक्तों की सेवा करते हैं.
लेकिन देवघर में इन दिनों बच्चों में जो सेवा भाव देखने को मिल रहा है, वह अलग ही है. तीन-चार साल के मासूम बच्चे अपने परिजनों के साथ बड़े उत्साह से कांवरियों के बीच फल और जल बांट रहे हैं. कांवरिए भी बड़े प्रेम से इन बच्चों से फल और जल ग्रहण कर रहे हैं. जैसे ही कांवरिए इसे बच्चों के हाथों से फल, पानी लेते हैं, बच्चों की खुशी का ठिकाना नहीं रहता. वाकई, निस्वार्थ भाव से की गई सेवा का फल भोलेदानी सभी को अवश्य देते हैं.
रिपोर्ट-ऋतुराज
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