टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विदेश दौरे पर हैं. सीएम के इस यात्रा का उद्देश्य झारखंड और स्पेन के बीच व्यापार, संस्कृति और खेल के क्षेत्र में संभावित सहयोग को आगे बढ़ाना है. सरकार को उम्मीद है कि इस यात्रा से राज्य में रोजगार के नए अवसर खुलेंगे, निवेश का माहौल मजबूत होगा और झारखंड के समग्र विकास को नई दिशा मिलेगी. वहीं मुख्यमंत्री के विदेश दौरे को लेकर जेएलकेएम सुप्रीमो जयराम महतो ने तंज कसते हुए कहा कि यदि झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बालू की तस्करी समेत अवैध धंधे पर लगाम लगा दे तो झारखंड से किसी सरकार को निवेश के लिए विदेश जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. लोग ख़ुद चलकर आयेंगे और झारखंड में निवेश करेंगे. जयराम महतो ने कहा हर सरकार में कोयले और अवैध खनिज की तस्करी होती रही है. ये कोई नई बात नहीं है. “हाय रे हमर सोना झारखंड”.
सरकार अगर इन अवैध धंधे पर लगाम लगा दे तो झारखंड से किसी सरकार को निवेश के लिए विदेश जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
— Tiger jairam mahto (@JairamTiger) April 21, 2025
लोग ख़ुद चलकर आयेंगे और निवेश करेंगे.
हर सरकार में कोयले और अवैध खनिज की तस्करी होती रही है. ये कोई नई बात नहीं है.
“हाय रे हमर सोना झारखंड”@JLKMJHARKHAND pic.twitter.com/IXgiCCI0Nw
सीएम हेमंत ने की एनआरआई समुदाय के उद्यमियों से मुलाकात
मुख्यमंत्री सोरेन के नेतृत्व में झारखंड सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने स्पेन के प्रतिष्ठित संस्थानों और एनआरआई समुदाय के उद्यमियों से मुलाकात की. खास तौर पर बार्सिलोना के मशहूर 'फिरा बार्सिलोना' और विश्व प्रसिद्ध फुटबॉल क्लब 'एफसी बार्सिलोना' के साथ मुलाकात चर्चा का केंद्र रही. झारखंड में संभावित एक्सपो, स्मार्ट सिटी परियोजनाओं और आधारभूत संरचना विकास पर 'फिरा बार्सिलोना' में विचार-विमर्श हुआ. साथ ही खेल और युवा विकास में सहयोग की संभावना पर 'एफसी बार्सिलोना' के साथ भी सकारात्मक बैठक हुई.
अलग-अलग प्रतिनिधियों के साथ बैठक
आज यानी 22 अप्रैल को टीम के सदस्य मैड्रिड में खनन क्षेत्र और स्टील क्षेत्र की कंपनियों के प्रतिनिधियों से मिले. बार्सिलोना में कृषि मंत्रालय के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई. 25 अप्रैल को स्वीडन के गोथेनबर्ग में स्वच्छ ऊर्जा पर काम करने वाली कंपनियों के साथ बैठक होगी. 26 अप्रैल को उद्यमियों के साथ वन-टू-वन बैठक होगी. 27 अप्रैल को सीएम प्रतिनिधिमंडल के साथ वापस लौटेंगे.
सरकार ने रखा प्रस्ताव
प्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि झारखंड में स्टार्टअप और उनके मेंटरों की मैपिंग की जानी चाहिए और उन्हें वैश्विक इनक्यूबेटरों से जोड़ा जाना चाहिए. खाद्य प्रसंस्करण, खासकर झारखंड के कटहल और टमाटर जैसे उत्पादों के मूल्यवर्धित प्रसंस्करण में निवेश की संभावनाओं को तलाशने का सुझाव दिया गया. इसके अलावा पारंपरिक चिकित्सा (होडोपैथी), शोध और विकास, फार्मास्यूटिकल, मेडटेक और बायोटेक में शोध जैसे विषयों को शामिल किया गया.
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