टीएनपी डेस्क(TNP DESK): हमारे देश में शादी को सात जन्मों का साथ माना जाता है अगर किसी के साथ आपकी शादी हो गई तो फिर सात जन्मों तक आपको साथ निभाना होता है. हमारे देश में शादी एक सामाजिक बंधन के साथ-साथ कानूनी बंधन भी है क्योंकि एक पत्नी के रहते हुए हमारा समाज दूसरे शादी करने की अनुमति नहीं देता है. वही कानूनी रूप से भी पहली पत्नी के रहते हुए दूसरे शादी करना अपराध माना जाता है.लेकिन कई कारणों से लोग पहली बीवी के रहते हुए बिना तलाक के लिए ही दूसरी शादी कर लेते हैं इसके पीछे संतान का ना होना आपसी विवाद या फिर सामाजिक दबाव भी होता है.

पहली पत्नी के रहते अगर पति कर लेता है दूसरी शादी तो इतने साल की हो सकती है सजा

बहुत से लोगों को आपने देखा होगा कि पहली पत्नी के रहते हुए हुए दूसरी शादी कर लेते है.ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठता है कि अगर कोई ऐसा करता है तो उसको कानून की तरफ से कितने साल के सजा और जुर्मना का प्रावधान है. अगर आप भी इस बारे में जानना चाहते हैं तो चलिए हम आपको बताते है.

पहली पत्नी के रहते दूसरी शादी करना कानूनी अपराध

हमारे हिंदू धर्म में पहली पत्नी के रहते हुए आप दूसरी शादी नहीं कर सकते है. हमारा कानून भी यही कहता है कई मामालों में लोग पति-पत्नी आपसी सहमति से तलाक ले लेते हैं इसके बाद दूसरी शादी कर लेते हैं लेकिन कुछ लोग जो बिना अनुमति और तलाक के लिए ही दूसरी शादी कर बैठते है.ऐसे लोगों के लिए कानून कितनी सजा और जुर्मना लगाता है चलिए जानते है.

इन वज़ह से लोग कर लेते है दूसरी शादी

आपको बताये कि दूसरी शादी करने के पीछे कई वजह होती है जिसमे पत्नी या पति का दूसरा मर्द या औरत से अवैध संबंध.घरेलू हिंसा जैसे मारपीट आदि शमिल है. कहीं कहीं पति बिना बताए ही पत्नी दूसरी पत्नी ले आता है और दोनों को साथ रखना चाहता है.

पढ़ी लिखी महिलाएं मांगती है अपना हक

ऐसे कई मामले हमें समाज में देखने को मिलते है. बहुत सारी महिलाएं जिनको कानून का ज्ञान है अपने अधिकारों के बारे में जानती हैं वह कोर्ट में जाती है और कानून से अपना हक मांगती है कई महिलाएं अपराध को सहती जाती है.

पढ़ें क्या कहता है हमारा भारतीय कानून

आपको बताये कि पहली बीवी के रहते अगर कोई व्यक्ति दूसरी शादी करता है तो भारतीय न्याय संहिता की धारा 69 के तहत उस व्यक्ति को सात साल की सजा मिलती है. इसके साथ जुर्माना भी अदा करना होता है. वहीं, दूसरी शादी को शून्य माना जाता है. क्योंकि सुप्रीम कोर्ट की नजर में भी पहली पत्नी के रहते दूसरी शादी अपराध माना जाता है. सुप्रीम कोर्ट ने द्विविवाह को गंभीर अपराध मानते हुए नए जोड़े को छह-छह महीने की साधारण कैद और दो-दो हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है. कोर्ट ने कहा कि बीएनएस की धारा 69 (द्विविवाह) के तहत पहली बीवी के होते हुए दूसरी शादी करना एक गंभीर अपराध है.