लातेहार(LATEHAR): चंदवा प्रखंड के कांग्रेस कमिटि ने बाल दिवस के अवसर पर प्रखंड कार्यालय में बैठक की. इस दौरान भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के चित्र पर माल्यार्पण और उन्हें याद किया गया. वहीं, बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि असगर खान ने कहा कि बच्चों को देश का भविष्य मानने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से विशेष स्नेह था और बच्चे भी उन्हें प्यार से चाचा नेहरू कहते थे.
बच्चे उन्हें प्यार से कहते थे चाचा
खान ने कहा कि जवाहर लाल नेहरू का बच्चों के प्रति रवैया काफी अच्छा और दोस्ताना रहता था. यही कारण था कि बच्चे उन्हें प्यार से चाचा नेहरू कहते थे. उन्होंने कहा कि ऐसा भी माना जाता है कि महात्मा गांधी के सबसे निकट होने के कारण उन्हें चाचा की संज्ञा मिली थी. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के लिए नेहरू छोटे भाई जैसे थे और महात्मा गांधी को सभी बापू कहते थे, ऐसे में उनके छोटे भाई यानि पंडित नेहरू को चाचा से बच्चे बुलाते थे.
पहले 20 नवंबर को मनाया जाता था बाल दिवस
बता दें कि पंडित नेहरू बच्चों को देश की वास्तविक शक्ति और समाज की बुनियाद मानते थे. पंडित नेहरू ने कहा था कि आज के बच्चे भावी भारत का निर्माण करेंगे. हम जिस तरह से उनका पालन-पोषण करेंगे उसी पर देश का भविष्य निर्भर होगा. दरअसल, भारत में 1959 से बाल दिवस मनाया जा रहा है. उस समय बाल दिवस 20 नवंबर को ही मनाया जाता था. लेकिन 27 मई, 1964 को पंडित. जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु होने के बाद इनकी स्मृति में इनके जन्म दिवस यानि 14 नवंबर को भारत में बाल दिवस मनाए जाने की शुरुआत हुई. पंडित नेहरू के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाना चाचा नेहरू का बच्चों के प्रति प्रेम और उनके प्रति बच्चों के लगाव को दिखाने का एक प्रयास है.
बैठक में ये थे शामिल
इस बैठक में कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष असगर खान, सेवादल जिला अध्यक्ष बाबर खान, रामयश पाठक, श्रीराम शर्मा, निर्मल भारती, मुकेश कुमार सिंह, दामोदर उपाध्याय, कमलेश कुमार, साबिया, नन्हीं, आलिया, शेखू, बालाजी उरांव, कैलाश बैठा, छटन राम, मोहम्मद रसीद, शाहजहां बीबी, तुलसी साव, रौशन टेलर, गनौरी साव, रफीक मियां, सरफुदीन मियां, मलिजान खान, शाफिया बेगम, शांति देवी, रौशनी प्रवीन, समेत कई लोग मौजूद थे.
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