टीएनपी डेस्क (TNP DESK):  सात बहनों यानी उत्तर पूर्वी राज्य की खबरें हिंदी पट्टी में कम ही पहुंच पाती हैं. ताजा खबर बेहद दर्दनाक है. असम जलथल हो रहा. खेत-खिलहान, घर-मकान, गली-नगर, गांव-कस्बा सब पानी में डूब रहा है. ऐसा लगातार बारिश और बाढ़ के कारण हुआ है. जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. सड़के पानी में डूब गई हैं. ताजा अपडेट है कि 42 लाख लोग बेघर हो गए हैं. करीब 70 जानों का नुकसान हुआ है.

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छिटपुट 33 जिले प्रभावित 

बाढ़ से राज्य के 33 जिले प्रभावित हैं. इनमें बजली, बक्सा, बारपेटा, विश्वनाथ, बोंगाईगांव, कछार, चिरांग, दरांग, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, दीमा-हसाओ, गोलपारा, गोलाघाट, हैलाकांडी, होजई, जोरहाट, कामरूप, कामरूप (एम), कार्बी आंगलोंग पश्चिम, करीमगंज, कोकराझार, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नगांव, नलबाड़ी, शिवसागर, सोनितपुर, दक्षिण सलमारा, तामूलपुर, तिनसुकिया और उदलगुरी जिला शामिल हैं.

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सबसे अधिक बारपेटा जिला प्रभावित

सबसे अधिक बारपेटा जिला प्रभावित है. इस जिले में 12.76 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. दरांग में जिले में लगभग 3.94 लाख लोग और नगांव में 3.64 से अधिक लाख लोग बाढ़ की चपेट में हैं. लगभग 5,137 गांव बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं. 

क्या हा रहे बचाव के उपाय

भारतीय सेना की ओर से लगातार राहत और बचाव अभियान चलाया जा रहा है. गंभीर रोगियों, बुजुर्ग महिलाओं और बच्चों समेत लगभग 4500 फंसे स्थानीय लोगों को बचाया गया है. सेना के जवान लगातार बचाव और राहत कार्यों में लगे हुए हैं. सेना के जवान रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ ही राहत शिविरों में समय पर जरूरी सामान भी पहुंचा रहे हैं.