टीएनपी डेस्क(TNP DESK): -केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों को इस आशंका से मुक्त कर दिया है कि अगले खरीफ फसल के दौरान खाद के दाम बढ़ेंगे या नहीं. केंद्रीय कैबिनेट की बैठक ने इस संबंध में बड़ा निर्णय लिया है. स्पष्ट है कि मोदी सरकार किसानों को राहत देकर अगले हुए लोकसभा चुनाव में उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहती है.

केंद्रीय कैबिनेट के निर्णय के बारे में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया ने बताया कि आगामी खरीफ फसल के लिए किसानों को चिंता नहीं करनी है. खाद के दाम नहीं बढ़ेंगे. देश में खाद की उपलब्धता भी पर्याप्त है. रूस और यूक्रेन के बीच 1 साल से अधिक समय से चल रहे युद्ध की वजह से यह आशंका जताई जा रही थी कि शायद रूस से आने वाले खाद की मात्रा में कमी होगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. पिछले साल का जो अनुभव है, उसे यह लगता है कि रूस की ओर से उपलब्ध कराए जाने वाले खाद में कहीं कोई कमी नहीं आई है.

जानकार के अनुसार खरीफ फसल के लिए मोटे तौर पर 355 लाख टन खाद की जरूरत पड़ती है. जबकि देश में खाद की उपलब्धता लगभग 500 लाख टन है. इसलिए किसानों को निश्चिंत रहना है कि खाद का दाम इस बार नहीं बढ़ रहा है. कुछ दिनों पहले यूरिया की कालाबाजारी की शिकायत के आधार पर देश के 12 राज्यों में छापेमारी भी की गई थी. कुछ कारोबारियों के द्वारा खाद की जमाखोरी करने की शिकायत भी मिली थी.