धनबाद(DHANBAD): धनबाद के उप डाकघरो में घोटाले की सूची लंबी होती जा रही है. दो उप डाकघर में 25 करोड रुपए से अधिक राशि का गबन किया गया है .इसके पहले भी एक उप डाकघर में राशि का गबन किया गया था.
आश्चर्य की बात है कि एक ही व्यक्ति ने दो उप डाकघर में गबन किया. गोविंदपुर के पॉलिटेक्निक सब पोस्ट ऑफिस में 9 करोड रुपए से भी अधिक घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है. घोटालेबाजों ने बहुत चालाकी से 2018 से 2024 के बीच 127 बार में 9.38 करोड रुपए का घोटाला किया. दूसरा घोटाला सामने आया है कि नया बाजार,वासेपुर उप डाकघर में 15 करोड रुपए से अधिक राशि की अवैध निकासी कर ली गई.
घोटाले को 22 दिसंबर 2021 से 5 फरवरी 2022 के बीच अंजाम दिया गया. ऐसा ही एक मामला 2019 में भी सामने आया था. डाकघर में मंथली इनकम स्कीम के नाम पर लाभुकों के फर्जी अकाउंट पर हस्ताक्षर से ठगी की गई थी. धनबाद जिला परिषद उप डाकघर में खाता खोलकर राशि स्थानांतरित कर ली गई थी. यह काम एक सिंडिकेट के द्वारा किया गया था. इसमें कोल इंडिया के अधिकारी, डॉक्टर सहित अन्य शिकार हुए थे. सवाल उठता है कि क्या डाकघर में कोई व्यवस्थागत त्रुटि है? जिसके चलते गबन करने वाले को आसानी होती है.
उप डाकघर में 15 करोड रुपए से अधिक घोटाले की जांच कर रही पुलिस
मामले आखिर दो-तीन साल बाद पकड़ में क्यों आते हैं ?वैसे वासेपुर उप डाकघर में 15 करोड रुपए से अधिक घोटाले की जांच पुलिस कर रही है जबकि केके पॉलिटेक्निक उप डाकघर में हुई गड़बड़ी की जांच सीबीआई कर रही है. एक एज ग्रुप के लोगों को आज भी डाकघर पर बहुत भरोसा है .मंथली इनकम स्कीम के तहत बहुत से रिटायर्ड लोग राशि जमा किए हुए हैं और हर महीने वह मिलने वाली इंटरेस्ट निकालकर अपनी जीविका चलाते हैं .
डाकघर की व्यवस्था अद्यतन हो रही है बावजूद गबन का सिलसिला चल निकला है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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