टीएनपी डेस्क(TNP DESK): असम में पुलिस को चुस्त -दुरुस्त, चौकन्ना और तंदुरुस्त रखने के लिए नया फरमान आया. इस बार साफ -साफ कह दिया गया है कि, तीन महीने के भीतर अपना मोटापा घटाए या फिर नौकरी से हट जाए. इस सख्त अल्टीमेटम से तो उन पुलिसवालों के होश उड़े हुए हैं, जिनकी सेहत में मोटापा घर कर गया है. चर्बी चढ़ गई है या फिर ये कहें भारी शरीर के चलते बेकाम हैं और बेवजह ड्यूटी बजा रहें हैं.
असम की हेमंत विस्वा सरकार ने फिटनेस सर्व करने का फैसला लिया है. इसके तहत बीएमआई चेक किया जायेगा. जिन लोगों का वजन अधिक होगा, उन पुलिसकर्मियों को वीआरएस दे दिया जायेगा. डीजीपी जीपी सिंह ने इस बारे में जानकारी दी. उनका कहना था कि, मुख्यमंत्री हेमंत विस्वा के आदेश पर ये फैसला लिया गया है. इस सर्वे में आम पुलिसकर्मी ही नहीं बल्कि आईपीएस अफसर और असम पुलिस के अधिकारी भी दायरे में आयंगे.
15 अगस्त से पहले घटाना होगा वजन
डीजीपी ने बताया कि, 15 अगस्त तक सभी को फिट होना है. इसके 15 दिनों के अंदर मास बॉडी इंडेक्स की जाँच की जाएगी. जिनका मास बॉडी इंडेक्स 30 से ज्यादा होगा, उन्हें फिर नवम्बर तक और वक़्त वजन घटाने के लिए मिलेगा. इसके बाद भी वजन कम नहीं करते है, तो उन्हें नौकरी से हटाया जा सकता है. हालांकि , इसमे उन लोगों को राहत दी जाएगी, जो थायराइड से पीड़ित हैं.
पुलिसकर्मियों में हड़कंप
मुख्यमंत्री हेमंत विस्वा के पास गृह मंत्रालय भी है. उन्होंने 30 अप्रैल को ही बोल दिया था कि, उन पुलिसकर्मियों को वीआरएस दे दी जाएगी. जो मोटापे या शराब के लती हैं. सरकार के इस फरमान से पुलिसकार्मियों में खलबली है. सब अपनी फिटनेस पर ख्याल कर रहें हैं मोटापा कम करने के लिए वर्जिश कर रहें हैं. वहीं जो शराब के शौकीन हैं. वो भी इस लत से आजाद होना चाहते हैं.
रिपोर्ट: शिवपूजन सिंह
Recent Comments