चतरा (CHATRA) : जिले में अफीम के खिलाफ पुलिस लगातार रेडी टू एक्शन के मूड में है. एसपी राकेश रंजन के नेतृत्व में पुलिस तस्करी के काले खेल में शामिल तस्करों पर आफत बनकर टूट रही है. इनके विरुद्ध निरंतर कार्रवाई की जा रही है. इसी का परिणाम है कि विगत दो वर्षों में चतरा पुलिस ने अबतक 263 छोटे-बड़े तस्करों को सलाखों के पीछे भेजने में सफलता हासिल की है. 

इस साल धराए 163 तस्कर

बता दें कि हाल के दिनों में भी पुलिस को कई बड़ी सफलताएं मिली है. आंकड़ों की बात करें तो चतरा पुलिस की अलग-अलग थानों की टीम ने वर्ष 2020 में 100 और वर्ष 2021 में अबतक 163 तस्करों को अफीम के साथ दबोचा है. वहीं निरंतर अभियान के तहत अफीम की फसल को भी लगातार नष्ट करने में जुटी है. जिले में अफीम के खिलाफ चल रहे अभियान के साथ-साथ पुलिस अब अफीम के सौदागरों को भी निशाने पर ले रही है. भोले-भाले ग्रामीणों को फांसकर अफीम का गोरखधंधा कराने में जुटे अंतरराज्यीय गिरोह के माफियाओं पर भी शिकंजा कसा जा रहा है. इतना ही नहीं तस्करी में शामिल तस्करों और माफियाओं की संपत्ति को भी अटैच करते हुए स्पीडी ट्रायल के तहत उन्हें सजा दिलाने की दिशा में चतरा पुलिस कार्य कर रही है. 

ड्रोन के सहारे नजर 

पुलिस टेक्नोलॉजी का भी सहारा अफीम की खेती और तस्करों के विरुद्ध ले रही है. जंगलों पहाड़ों से घिरे इलाकों में पुलिस ड्रोन के सहारे अफीम की खेती और तस्करों की गतिविधि पर पैनी नजर रख रही है. अफीम की खेती और तस्करों की गतिविधि पर तीसरी आंख की नजर पड़ते ही विशेष टीम बनाकर उसे नेस्तनाबूद कर दिया जा रहा है.  अमूमन अफीम की खेती तस्करों के द्वारा ऐसे जगह पर की जाती है जहां तक पुलिस तो क्या बगैर तामझाम और विशेष सुरक्षा व्यवस्था के बिना उसके नुमाइंदे भी ना पहुंच सके. लेकिन अब परिस्थितियां बदलने लगी है. तकनीक का सहारा लेकर चतरा पुलिस की टीम की जंगल झाड़ियों को पार करते हुए उन खेतों तक पहुंचने में कामयाब हो रही है.  इसी का परिणाम है कि अब पुलिस को लगातार सफलताएं भी मिल रही है. जिससे तस्करों और माफियाओं के होश उड़ने लगे हैं. 
 चतरा पुलिस की मुस्तैदी की वजह से आज चतरा जिले से बदनामी का वह दाग धुलता जा रहा है जिसने चतरा को अफीम और उग्रवाद के तौर पर बदनाम कर उड़ता पंजाब की श्रेणी में ला खड़ा कर दिया था. एसडीपीओ अविनाश कुमार बताते हैं की इस कारोबार को पूरी तरीके से नष्ट करने के लिए टीम दिन रात काम कर रही है. हाल के दिनों में अफीम तस्करों की कई गिरफ्तारियां भी इस बात की तस्दीक करती है. इसके दुष्प्रभाव से ग्रामीणों को बचाया जा सके. इसे लेकर लगातार जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है. पुलिस अफीम के राष्ट्रीय कनेक्शन को भी ढूंढ कर तस्कर के सरगना तक पहुंचने की कवायद में जुटी है. 
रिपोर्ट: संतोष कुमार, चतरा