दुमका (DUMKA) : दुमका जिला के मुफस्सिल थाना में मारपीट की प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद आरोपी पर कोई कार्यवाई नहीं होने से नाराज पीड़ित परिवार कल से एसपी कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे थे. शुक्रवार को दुमका पुलिस जबरन धरना पर बैठे पूरे परिवार को उठाकर थाना ले गयी. इस बाबत पुलिस कैमरा के सामने कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है. मुफस्सिल थाना प्रभारी का कहना है कि धरना स्थल नगर थाना क्षेत्र में है इसलिए नगर थाना की पुलिस की कार्यवाई है. उन्होंने कहा कि कल देर रात ही एक आरोपी की गिरफ्तारी हो गयी है. उसके बाद धरना का क्या औचित्य है.  उन्होंने कहा कि दूसरे पक्ष द्वारा भी सईद के ऊपर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है, वहीं नगर थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार का कहना है कि सईद के ऊपर मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई है इसलिए मुफस्सिल थाना की पुलिस स्थल से सभी को उठा कर ले गयी. वैसे बता दे कि धरना स्थल से सभी को उठा कर मुफस्सिल थाना में रखा गया है.

क्या है पूरा मामला

दुमका जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दोमहानी गांव के सईद अंसारी आज पूरे परिवार के साथ एसपी कार्यालय के बाहर कल से अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ थे. शईद का आरोप है कि 14 दिसंबर को उसके पिता और उसके साथ गांव के मनार उद्दीन मियां और उसके परिजनों ने जमकर पिटाई कर दी, पिता का इलाज फूलो झानो मेडिकल कॉलेज में चल रहा है.  इसके पूर्व भी 31 अक्टूबर को घर में घुसकर मनार उद्दीन ने परिजनों के साथ मारपीट की थी. थाना में आवेदन देने के बावजूद पहले तो प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई. कल इस बाबत डीआईजी से मिलने के बाद प्राथमिकी तो दर्ज हो गई लेकिन अभी तक आरोपी के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हुई है. मनार उद्दीन पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहा है. मारपीट की वजह पूछे जाने पर सईद ने बताया कि उसके भाई की शादी मनार उद्दीन की बेटी से हुई है और पति पत्नी के बीच अक्सर विवाद होता है. इसका निपटारा पिछले शनिवार को महिला थाना द्वारा किया गया था इसके बावजूद मनार उद्दीन चाहता है कि बेटी और दामाद उसके घर पर रहे. सईद ने कहा कि जब तक आरोपी के खिलाफ कार्यवाही नहीं होती है तब तक धरना पर डटे रहेंगे. एसडीपीओ नूर मुस्तफा ने कल धरना पर बैठे सईद और उसके परिजनों को हरसंभव समझाने का प्रयास किया. कार्यवाही का भरोसा भी दिया लेकिन सईद उसे मानने के लिए तैयार नहीं हुआ. इस बाबत एसडीपीओ नूर मुस्तफा ने कल कहा था कि विवाद पारिवारिक है जो पहले से चला रहा है.