धनबाद (DHANBAD) सरकार की बैंकिंग नीतियों और प्रस्तावित सुधारों के खिलाफ बैंककर्मियों की हड़ताल शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रही. धनबाद में तो आज बैंक कर्मचारी दोगुने जोश के साथ सड़क पर थे. हड़ताल का शुक्रवार दूसरा दिन है. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के सयोजक प्रभास चौधरी के अनुसार ग्राहकों के साथ साथ कर्मचारियों के साथ भी  सरकार धोखा कर रही है. सरकार की सारी योजनाओं को हम सफल करते हैं और सरकार है कि बैंको का निजीकरण करने पर तुली हुई है.

बंद करो यह अत्याचार..!

बैंक कर्मी दूसरे दिन भी बैंकमोड़ में जुटे और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बंद करो यह अत्याचार, निजीकरण एक धोखा है, जैसे नारों से इलाका गूंज रहा था. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस की माने तो दो दिनों की हड़ताल से सरकार को दो हज़ार करोड़ का नुकसान हुआ है. उनका कहना है कि दो दिन की हड़ताल तो केवल सरकार को जगाने के लिए की गई  है. अगर इस पर भी सरकार की नींद नहीं टूटी तो आगे तेज आंदोलन किया जाएगा. बता दें कि धनबाद ज़िले में राष्ट्रीयकृत बैंको की कुल 200 ब्रांच है.

रिपोर्ट : अभिषेक कुमार सिंह, ब्यूरो हेड, धनबाद