रांची(RANCHI): झामुमो के 12वें महाधिवेशन में राजनीतिक प्रस्ताव पारित कर दिया है. इसके तहत राज्य में ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण, एसटी को 28 प्रतिशत और एससी को 12 प्रतिशत आरक्षण दिलाने की बात कही गयी है. इसके साथ ही  वृहत झारखंड का संकल्प भी दोहराया गया.

संघर्ष करते रहना पार्टी की आदत

10 वीं बार केंद्रीय अध्यक्ष चुने गये शिबू सोरेन ने कहा कि गांव से पूछकर सरकार की योजनाएं बनायें. स्वर्गीय जयपाल सिंह मुंडा के वक्त से हमारे यहां बहुत नेता बने. अब झारखंड के युवाओं को सोचना होगा. आदिवासी समाज ईमानदार होता है. बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए उन्हें पढ़ाना होगा. हमारे पास सीमित संसाधन है. इसके साथ ही शिबू सोरेन ने झारखंड निर्माण को लेकर अपने संघर्ष को याद किया और कहा कि संघर्ष करते रहना पार्टी की आदत में है और यह कायम रहना चाहिए. 

झारखंडी को मिला सरकार चलाने का मौका 

झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आपने एक बड़ी जिम्मेवारी मुझे दी है. पार्टी गठन से लेकर अब तक कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन हमारे कार्यकर्ता कभी झुके नहीं. उसी का परिणाम है कि आंदोलन से निकले एक झारखंडी को सरकार चलाने का मौका मिला है. यही वजह है कि आंधी में भी नींव नहीं हिली. कुछ पत्ते, डाली जरूर कटे. संघर्ष से घबराया भी नहीं और सत्ता से इठलाया भी नहीं. सत्ता हमारी मंजिल नहीं है.