चाईबासा(CHAIBASA)- गुवा-सलाई मुख्य मार्ग पर स्थित माता वन देवी मंदिर की मूर्ति अज्ञात लोगों द्वारा खंडित करने और मंदिर के अंदर लगी विभिन्न देवी-देवताओं की तस्वीर जला देने से जुड़ी घटना से लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है. इसकी जानकारी लोगों ने गुवा थाना पुलिस को देकर इसके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.

मंदिर से जुड़ी है लोगों की आस्था

उल्लेखनीय है कि उक्त मंदिर के प्रति पूरे सारंडा क्षेत्र के लोगों में बड़ी आस्था है. जो भी इस रास्ते से गुजरता है वो यहां रूक कर मंदिर में नतमस्तक होकर हीं अपने गणतव्य की ओर रवाना होता है.  ऐसी मान्यता है कि जो इस माता वन देवी को नजरअंदाज कर आगे बढ़ता है, उसके साथ अनिष्ट होता है. हालांकि इस मान्यता और मंदिर की शक्ति के बारे में सभी धर्म और समुदाय के लोग वाकिफ हैं. जिस वजह से कोई भी ऐसा गलत कार्य करने का प्रयास नहीं कर सकता और न कभी किया है. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि ऐसे गलत कार्य करने वाला कोई पागल या मनोरोगी होगा. क्योंकि इससे पहले भी एक पागल युवक ने किरीबुरु-बडा़जामदा मार्ग पर स्थित ॐ शांति स्थल मंदिर की तमाम देवी-देवताओं की मूर्ति को मंदिर के अंदर रखी त्रिशूल से खंडित कर तोड़ दिया था. उस विक्षिप्त अथवा पागल को लोगों के सहयोग से पुलिस ने तो पकड़ा लेकिन उसकी स्थिति देख सामाज और पुलिस की संयुक्त सहमति से छोड़ दिया गया था. संभावना यही जताई जा रही है कि इस घटना में भी कोई ऐसा हीं विक्षिप्त व्यक्ति या युवक का हाथ होगा.

रिपोर्ट: संदीप गुप्ता, चाईबासा(गुवा)