रांची (RANCHI) : राज्य सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर संवेदनशील है. साथ ही उनके सुझावों से भी सरकार अवगत होना चाहती है. इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर सरकार ने किसान कॉल सेंटर की शुरुआत की है, जो कृषि निदेशालय से संचालित होगा. राज्य के किसान कहीं से भी इस किसान कॉल सेंटर (जिसका टॉल फ्री नं.1800-123-1136 है) में अपनी समस्याओं एवं सुझावों को दर्ज करा सकते हैं. उनकी समस्याओं को प्रखण्ड स्तर से लेकर मुख्यालय स्तर तक हल करने का प्रयास किया जायेगा. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने बुधवार को नेपाल हाउस में किसान कॉल सेंटर के उद्घाटन के दौरान यह बात कही. बादल ने कहा कि टॉल फ्री नं. पर किसानों के सुझावों को भी प्राप्त कर उस पर कार्रवाई की पहल की जाएगी. वहीं पदाधिकारी भी लगातार इसकी मॉनिटरिंग करेंगें. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख  ने कहा कि राज्य में विभिन्न प्रकार की ‘‘भाषा एवं बोली‘‘ बोली जाती हैं. किसानों को संवाद करने में कोई परेशानी न हो, इस हेतु ‘‘किसान कॉल सेंटर‘‘ में किसानों की भाषा के अनुरूप ही उन्हें जवाब भी दिया जायेगा.  

‘‘ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी‘‘ के माध्यम से की जा सकेगी बीज की ट्रैकिंग 

कृषि मंत्री ने कहा कि आज एक नई तकनीक ‘‘ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी‘‘ का भी उद्घाटन किया गया है. इस तकनीक के माध्यम से बीज की ट्रैकिंग की जा सकेगी, ताकि किसानों को दी जाने वाली बीज की सही जानकारी मिल सके. बीज की ट्रैकिंग किसानों के खेत तक की जा सकेगी. इस तकनीक से कार्य में पारदर्शिता आयेगी

कार्यों में आयेगी और अधिक पारदर्शिता

कृषि सचिव अबुबकर सिद्दकी ने कहा कि विभाग द्वारा ‘‘किसान कॉल सेंटर‘‘ एवं ‘‘ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी‘‘ का शुभांरभ किया जा रहा है. किसान कॉल सेंटर में किसान अपनी समस्याओं एवं सुझावों को दर्ज करा सकेंगे.इस कार्य से विभाग को किसानों की प्रतिक्रिया मिलेगी और उनकी समस्याओं का समाधान तेजी से होगा. ‘‘ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी‘‘ के माध्यम से बीजों की ट्रैकिंग करने में सुविधा मिलेगी. विभाग द्वारा शुरू की गयी इन दो नई तकनीकों के माध्यम से कार्यों में पारदर्शिता आयेगी और राज्य के किसानों को उसका लाभ भी मिल सकेगा. इस अवसर पर कृषि निदेशक एवं विभाग के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

 

रिपोर्ट:रंजना कुमारी (रांची ब्यूरो )