धनबाद (DHANBAD) : मानसून की पहली बारिश की बूंदों ने जहां धनबाद के कोलियरी क्षेत्र में जमीन के भीतर धधक रही आग को भड़का दिया है. वहीं शहरी इलाकों की सूरत भी बिगाड़ कर रख दी है. बात इतनी ही नहीं है, महत्वपूर्ण बरमसिया पुल की दीवार का गार्ड वाल भी दरक गया है. इस वजह से मिट्टी और पत्थर बाहर निकल आए है. यह इस बारिश के मौसम में चिंता पैदा करता है. यह इलाका वाहनों के आवागमन के लिए भी महत्वपूर्ण है, तो रेलवे ट्रैक के लिए भी इंपॉर्टेंट है. यह बरमसिया पुल हावड़ा-धनबाद गया रेल खंड पर स्थित है और धनबाद रेलवे स्टेशन से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर है.
गार्ड वाल धंसने से पुल की बुनियाद से मिट्टी और कंक्रीट बाहर निकल आए है. इस दौरान ओवर ब्रिज सड़क के ऊपर का पानी रिसकर नीचे गिर रहा है. इस वजह से मिट्टी और पत्थर बाहर निकल रहे है. इस सूचना के बाद जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने स्थल का निरीक्षण किया है. पीडब्ल्यूडी के अधिकारी भी पहुंचे. रेलवे के अधिकारियों ने भी इसका निरीक्षण किया है. दरअसल, यह पुल महत्वपूर्ण इसलिए हो गया है कि अभी धनबाद की "लाइफ लाइन" बैंक मोड़ फ्लाईओवर का मरम्मत कार्य चल रहा है. ट्रैफिक को बरमसिया पुल होकर डायवर्ट किया गया है. एक तो पुल पर लोड बढ़ गया है, दुसरी ओर लगातार बारिश ने व्यवस्था को गड़बड़ कर रख दिया है.
इधर, पूर्व वार्ड पार्षद निर्मल मुखर्जी के अनुसार उनके द्वारा दायर जनहित याचिका के बाद पुल का निर्माण शुरू हुआ और लोकार्पण 2004 में हुआ था. उन्होंने सवाल किया है कि क्या पुल बनने के बाद कभी पुल की भार क्षमता नापी गई है? पता लगाया गया है कि यह पुल कितने वजन तक का भार सहन कर सकता है? दूसरी और इसी रूट होकर वन वे कर दिया गया है. इस वजह से गाड़ियों का दबाव भी पुल पर बढ़ गया है. उन्होंने कहा है कि धनबाद-हावड़ा रेल लाइन के लिए भी यह पुल महत्वपूर्ण है. बगल में एफसीआई का गोदाम है. एफसीआई के ट्रक भी लोड लेकर पुल होकर गुजरते है. ऐसे में इसकी देखरेख की जिम्मेवारी बढ़ गई है. अब देखना है कि पुल का गार्ड वाल गिर जाने के बाद आगे इसके बचाव के लिए क्या उपाय किए जाते हैं?
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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