रांची(RANCHI): घाटशिला उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार को बैल बोलने पर राजनीतिक बवाल शुरू हो गया. एक चुनावी सभा में सीएम हेमंत ने घाटशिला के भाजपा उम्मीदवार बाबूलाल सोरेन को बैल बोल दिया. इसके बाद पहले चंपाई सोरेन ने पलटवार किया और अब भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष ने सीएम के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.     

आदित्य  साहू ने कहा कि बैल गांव, गरीब, किसान की पहचान है. करोड़ों लोगों के पेट भरने में सहयोगी है. लेकिन बहुत ऐसे लोग होते हैं जो बैल से काम लेने के बाद उसके महत्व को भूल जाते हैं. मालिक होने का अहंकार सिर चढ़कर बोलने लगता है.

आदित्य  साहू ने कहा कि गांव, गरीब ,किसान जनता के लिए बैल ही उपयोगी है इसलिए आज जनता उसी बैल के साथ खड़ी है. कहा कि आज बैल गुस्से में है, आक्रोशित है और जनता उसी के साथ खड़ी है. कहा कि मुख्यमंत्री जी जिसको बैल बोलकर अपमानित करते  हैं वह राज्य का पूर्व मुख्यमंत्री है, आदिवासी समाज का अगुआ है,लाखों जनता का लंबे समय से जन प्रतिनिधि है.

आदित्य  साहू ने कहा कि बैल के अपमान का बदला जनता लेने को तैयार है.हेमंत सरकार को बैल के सिंग की मार झेलने को तैयार रहना चाहिए. कहा कि जनता लूट और झूठ से ऊब चुकी है. आम आदमी परेशान है. स्वास्थ्य ,शिक्षा, जैसी बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है. बालू, पत्थर,खान खनिज को लूट मची है. युवा शक्ति हताश और निराश है.महिलाएं भयभीत हैं. राज्य की बेटियां अब विद्यालयों में भी असुरक्षित हो गई हैं.ऐसे हालात से राज्य को उबारने के लिए जनता कमर कस चुकी है.